गड़खा में हड़ताली शिक्षकों ने की नारेबाजी, पूर्ण वेतनमान एवं पुरानी सेवाशर्त लागू होने तक जारी रहेगा हड़ताल
गड़खा(सारण)। समान काम समान वेतन की मांग को लेकर हड़ताली शिक्षकों ने 17 वें दिन भी प्रखंड के कदना स्थित बीआरसी पर धरना दिया। जहां शिक्षकों ने सरकार के विरोध में ज़ुल्मी जब-जब ज़ुल्म किया है सत्ता के हथियारों से, गली-गली गूंज उठा है इंक़लाब के नारों से, आदि जमकर नारेबाजी की। वहीं शिक्षक नेता धर्मेन्द्र कुमार ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्ण वेतनमान एवं पुरानी सेवाशर्त सहित सभी माँगो की पूर्ति के बाद हीं हम हड़ताल वापस लेंगे l साथ हीं सरकार को भी चेताया कि यदि होली से पहले हमारी मांगे पुरी नहीं हुई तो 1974 के आंदोलन से भी बड़ा एवं उग्र आन्दोलन किया जाएगा। जिसकी सारी ज़िम्मेदारी सरकार की होगी। उन्होंने कहा कि 5 मार्च को जिला मुख्यालय में आक्रोश मार्च निकाला जाएगा। विजय राम ने कहा कि इंटर कॉपी का मूल्यांकन पूरे राज्य में काफी बुरी हालत में है। अंदरखाने सरकार काफी मुश्किल में है। कहा कि सरकार एक साजिश के तहत शिक्षकों को निलंबित कर पूरे शिक्षक समाज को भय दिखाकर मूल्यांकन की इच्छा रखती है। जो हमारे चंद शिक्षकों के योगदान के बाद भी सफल नहीं हो पा रहा है। मीडिया में फर्जी मूल्यांकन प्रगति रिपोर्ट जारी किए जा रहे हैं, ताकि हड़ताली शिक्षक का मनोबल गिरे और डरकर हड़ताल वापस कर दें। शिक्षक नेताओं ने कहा कि इस बार सभी शिक्षक कसम खा लें कि समान वेतन और राज्यकर्मी का दर्जा लेके रहेंगे। नहीं तो विद्यालय नहीं लौटेंगे। क्योंकि पूरे देश में बिहार हीं अकेला राज्य रह गया है जहां संविदा शिक्षक प्रणाली है। इस मौके पर उपस्थित शिक्षक सुभाष राय, विनोद साह, मनोज कुमार राम, रामरूप महतो, गौतम प्रसाद सिंह, राजेश कुमार, रवि कुमार महतो, संगीता देवी, कान्ति देवी, बिन्दु कुमारी, विनोद कुमार राय, ललितेश्वर कुमार विद्यार्थी आदि उपस्थित थे।


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