राष्ट्रनायक न्यूज।
हिन्दू पंचांग के अनुसार इस वर्ष का का अंतिम खग्राश चंद्रग्रहण भारत में कई जगह ग्रास्तोदित चंद्रग्रहण के रूप में दिखाई देगा. ग्रहण एक खगोलीय घटना है यह.08 नवम्बर 2022 दिन मंगलवार को पड़ रही है। पावन मास कार्तिक की पूर्णिमा भी इसी दिन है यह दिन स्न्नान दान के लिए उतम माना जाता है लेकिन इस बार दीपदान ,गंगा स्न्नान की तिथि ,तथा पूजा पाठ का बदलाव हुआ है.क्योकि ग्रहण के समय कोई भी शुभ कार्य वर्जित किया जाता है .ग्रहण विशेष गर्भवती महिलाये पर ज्यादा प्रभाव पड़ता है .सूतक और ग्रहण काल में पूजा वर्जित होती है.इसलिए इस दौरान घर में या मन्दिर में पूजा न करें. बल्कि भगवान का ध्यान करें.ग्रहण को नगन आखे से नहीं देखे .चन्द्र ग्रहण कैसे लगता है। पृथ्वी सूर्य के चक्कर लगाती है और चंद्रमा पृथ्वी के चक्कर लगाता है. इस कड़ी एक क्षण ऐसा आता है जब पृथ्वी चंद्रमा और सूर्य के बीच में आ जाती है.तीनों के एक सीध में होने के कारण चंद्रमा तक सूर्य की रोशनी नहीं पहुंच पाती और इस स्थिति को चंद्र ग्रहण कहा जाता है. ये दोनों ही खगोलीय घटनाएं हैं, जो हर साल घटित होती हैं. यह वर्ष में दो से तीन बार होता है .चंद्र ग्रहण हमेशा पूर्णिमा तिथि पर ही लगता है. लेकिन जब भी चंद्रमा पृथ्वी की छाया में प्रवेश करता है, वो पूर्णिमा का दिन ही होता है। इसकी वजह है कि चंद्र ग्रहण तभी हो सकता है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीध में हों और ज्यामितीय प्रतिबन्ध के कारण केवल पूर्णिमा के दिन ही संभव है। इसलिए चंद्र ग्रहण हमेशा पूर्णिमा के दिन ही लगता है।
आंशिक चंद्र ग्रहण:
आंशिक चंद्र ग्रहण के अनुसार जब सूरज और चंद्रमा के बीच पृथ्वी पूरी तरह न आकर केवल इसकी छाया ही चंद्रमा पर पड़ती है. तब इसे आंशिक चंद्र ग्रहण कहा जाता है। ये वाला ग्रहण लंबे वक्त के लिए नहीं लगता है. लेकिन ज्योतिष के हिसाब से इसमें भी सूतक के सारे नियमों का पालन करना पड़ता है।
ग्रहण कब लगेगा
8 नवम्बर 2022 दिन मंगलवार ग्रहण का समय संध्या 05 :05 मिनट से लेकर 06 :18 मिनट संध्या तक रहेगा। सूतक काल सुबह 08 :47 से संध्या 06 : 18 मिनट तक रहेगा। बच्चे बुढे तथा अस्वस्थ्य लोग के लिए सूतक का समय दोपहर 02 :19 मिनट लेकर 06 : 18 संध्या काल तक रहेगा।
ग्रहण काल में क्या वर्जित करे :
- गर्भवती महिला को ग्रहण में विषेश ध्यान रखना चाहिए बाहर का यात्रा वर्जित करे .
- गर्भवती महिला को ग्रहण में सब्जी या फल का कटिंग नहीं करे या सिलाई भी वर्जित करे .
- ग्रहण काल में सोये नहीं
- सूतक काल से धार्मिक कार्य बंद कर दे .
ग्रहण काल में क्या करे :
- ग्रहण काल में भगवान का जाप करे .
- पानी तथा तरल पदार्थ पी सकते है .
जाने ग्रहण के लगने से चन्द्रकुंडली पर आधारित राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा .
मेष :
नये निवेश से बचे आपको हानी होगी स्वास्थ्य सम्बंधित समस्या बनेगा .किसी के आपको नुकसान होगा .
वृष :
आय के नये स्त्रोत खुलेगे शिक्षा में अवरोधक होगा .
मिथुन :
आपको कई तरह से लाभ होगा साथ ही व्योपार किये है उनमे निवेश करे .
कर्क :
पारिवारिक सुख भरपुर बना रहेगा .किसी विवाद से अपने को दुर रखे .
सिह :
आपको कही से धन का लाभ होगा .रुका हुआ धन मिलेगा आय के स्त्रोत ठीक रहेगा .
कन्या :
नये निवेश नहीं करे .व्योपार धीमा चलेगा .नौकरी करने वाले लोग के लिए उतम रहेगा .
तुला :
पत्नी के स्वास्थ्य बाधित रहेगा .किसी काम करने के लिए सोच -समझ कर करे उतेजना में नहीं करे .|
वृचिक :
चिंता बना रहेगा .जमीनी विवाद बनेगा सावधान रहे .
धनु :
धार्मिक कार्य से फायदा होगा .धन को लेकर चिंता बना रहेगा .धर्य से काम करे .
मकर :
सरकारी नौकरी करने वाले लोग अपने काम पर ध्यान दे रुका हुआ परियोजना पूरा होगा .
कुम्भ :
पारिवारिक के साथ आर्थिक सुख भरपुर बना रहेगा .नये स्थाई सम्पति की खरीदारी हो सकता है .
मीन :
अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दे धन की क्षय हो सकती है .
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष, वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ, 080426594/9545290847
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