पंकज कुमार सिंह। राष्ट्रनायक न्यूज।
मशरक (सारण)। भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती शुक्रवार को मशरक प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न सरकारी शिक्षण संस्थानों में शिक्षा दिवस के रूप में मनायी गई। इस अवसर पर मौलान आजाद की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए उनके आदर्शों का आत्मसात करने का निर्णय लिया गया। शिक्षा विभाग के निर्देश के आलोक में विभिन्न सरकारी स्कूलों में मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती मनायी गई।मशरक तख्त टोला कन्या मध्य विद्यालय में शिक्षक कुमार प्रमोद और नव सृजित प्राथमिक विद्यालय चैनपुर उतर टोला में शिक्षक सुरज कुमार कुशवाहा की अध्यक्षता से समारोह आयोजित की गई। शिक्षकों व बच्चों से पूरा माहौल उत्सवी था। कार्यक्रम की शुरुआत मौलाना आजाद की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया।वक्ताओं ने मौलाना आजाद की जीवनी पर प्रकश डालते हुए कहा कि मौलाना एक प्रसिद्ध कवि, लेखक, पत्रकार और भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे। वे भारत के पहले शिक्षा मंत्री बने। 1992 में इन्हें मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया। 2008 में भारत सरकार ने उनके जन्म दिवस 11 नवंबर को शिक्षा दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया।


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