राष्ट्रनायक न्यूज।
मांझी (सारण)। वर्षों से विकास की रोशनी से वंचित रहा शहीदों के गांव में भी विकास की दस्तक से ग्रामीणों में गांव के विकास के प्रति उम्मीद जगी है। काफी अरसे बाद ही सही धीरे-धीरे गांव में विकास की नई गाथा लिखरकर वर्षो से उपेक्षित शहीदों के गांव का कायाकल्प होना शुरू हो गया है। उक्त दास्तान मांझी प्रखंड के दाउदपुर पंचायत के दाउदपुर मठिया गांव का है। गांव की जर्जर सड़कें व गली-नली का काम शुरू होने से ग्रामीणों में विवास की एक नई उम्मीद जगी है। गांव में विकास का काम युद्धस्तर पर जारी है। लोगों का कहना है कि मठिया गांव करीब 20 वर्षो से विकास से कोसो दूर रहा है। गांव में मूलभूत सुविधाओं के नही होने से ग्रामीणों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। मालूम हो कि दाउदपुर मठिया गांव उन वीर अमर शहीदों की जन्मभूमि रही है। जिन्होंने भारत माता की आजादी में अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे। ऐसे महान वीर सपूतो में अमर शहीद छट्ठू गिरि, फागु गिरि व कामत गिरी का नाम स्वर्णिम अक्षरों में अंकित। इन्ही वीर सपूतों का गांव मूलभूत सुविधाओं से वर्षो से वंचित था। पंचायत के युवा मुखिया अभिषेक कुमार सिंह ने वर्षो से उपेक्षित मठिया गांव में विकास की नई गाथा लिखकर उस उपेक्षा के शिकार शब्द को मिथ्या साबित कर दिया है। ग्रामीणों की मांग पर मुखिया ने गांव की जर्जर सड़कों का कायाकल्प को लेकर पीसीसी सड़क व गली-नली का काम जोर शोर से चल रहा है। ग्रामीणों ने पंचायत के मुखिया के काम की प्रशंसा करते हुए कहा कि सच मायने में कहा जाय तो यही शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। मुखिया ने कहा कि पंचायत के साथ साथ दाउदपुर के मठिया गांव भी विकास के प्रति अग्रसर है। वहीं ग्रामीणों ने गांव के हो रहे कायाकल्प पर संतोष व्यक्त करते हुए मुखिया के कार्यो की सराहना की है।
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