छपरा (सारण)। नयी शिक्षक नियमावली 2023 पर बिहार राजकीयकृत प्राथमिक शिक्षक संघ से जुड़े राज्य एवं जिला स्तरीय संघीय पदाधिकारियों ने घोर आपत्ति जताई है। इस आशय की जानकारी देते हुए संघ के प्रदेश अध्यक्ष उदयशंकर गुड्ड, प्रदेश महासचिव तसौवर हुसैन, वरीय प्रदेश उपाध्यक्ष जितेंद्र सिंह, सचिव सह प्रदेश प्रवक्ता बैजू कुमार, डा.राजेश यादव, राज्य एवं जिला कार्यकारिणी के उपाध्यक्ष संजय सिंह चुन्नू, प्रमोद झा, भूपेंद्र कुमार, दिलीप चौबे, मीडिया प्रभारी अमित प्रकाश, अजय यादव, अभिषेक रंजन सहित राज्य के सभी जिलों से जुड़े संघीय पदाधिकारियों ने घोर आपत्ति दर्ज करते हुए कहा है कि जो सेवा शर्त एवं नियमावली का वादा बिहार के डिप्टी सीएम, शिक्षा मंत्री एवं सूबे के मुख्यमंत्री ने किया था, वह आज महागठबंधन की सरकार में छलावा दिखाई दे रही है। नई नियमावली राज्य के साढे चार लाख नियोजित शिक्षकों के साथ धोखा है। जिसे संघ बर्दाश्त नहीं करेगा। साथ ही संघ के प्रदेश अध्यक्ष उदयशंकर गुड्डू ने कहा कि नई शिक्षक नियमावली पूर्व से कार्यरत नियोजित शिक्षकों को नीचा दिखाने के लिए बनाई गई है। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि बिना शर्त तमाम नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दे बिहार सरकार। अन्यथा पूरे बिहार के शिक्षक आंदोलित होंगे। जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव को आनेवाले दिनों में जवाब देना होगा कि चुनाव पूर्व जो वादा आपने अपने मैनिफेस्टो में किया था क्या, वही वादा लागू कर रहे हैं? ज्ञातव्य हो कि जो शिक्षक वर्षों से राज्यकर्मी का दर्जा, पूर्ण वेतनमान, ऐच्छिक स्थानांतरण और पुरानी पेंशन सहित अन्य सुविधाओं के लाभ का लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। ऐसे में महागठबंधन की सरकार ने नियोजित शिक्षकों के भरोसे का कत्ल किया है, जो वादा खिलाफी है।
नई शिक्षक नियमावली सूबे के नियोजित शिक्षकों के लिए धोखा व छलावा है: उदयशंकर गुड्डू
राष्ट्रनायक न्यूज।
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