आयुष्मान भारत योजना के तहत एचबीपी-2 का छपरा सीवान व गोपालगंज के चिकित्सकों को दिया गया प्रशिक्षण
• तीनों जिला चिकित्सक व आरोग्य मित्रों को दिया गया प्रशिक्षण
• नये हेल्थ बेनिफिट्स पैकेज के बारे में दी गयी जानकारी
• मार्च में लागू होगा एचबीपी-2
छपरा(सारण)। शहर के एक निजी होटल में प्रधानमंत्री जन-आरोग्य आयुष्मान भारत योजना के हेल्थ बेनिफिट्स पैकेज (एचबीपी-2) का प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें सारण, सिवान व गोपालगंज के चिकित्सकों व आरोग्य मित्रों को हेल्थ बेनिफिट्स पैकेज-2 के बारें विस्तार से जानकारी दी गयी। मास्टर ट्रेनर डॉ. विजय कुमार, अवनिश कुमार तथा आयुष्मान भारत के प्रमंडलीय समन्वयक संजय कुमार यादव के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम की शुरूआत जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम अरविन्द कुमार, आरपीएम के एमओ डॉ. रत्ना शरण के द्वारा किया गया। इस योजना पैकेज में कुछ नये चीजों को जोड़ा गया तथा पूराने चीजों को हटा गया है। एचबीपी-2 का मुख्य विशेषता है कि कुल 1574 पैकेज (चिकित्सा पद्धति), 24 विशेषताएं है। एचबीपी-1 के तुलना में 237 ने पैकेज जोड़े गये हैं। वहीं इसमें 554 पैकेज हटाये गये हैं। एचबीपी-1 के तुलना में 270 पैकेज दर में वृद्धि तथा 57 के दर घटाया गया है। नये पैकेज में 1574 चिकित्सा पद्धतियां 872 पैकेज के रूप में सम्मिलित किया गया है। सरकारी अस्पतालों में प्रोत्साहन राशि कुल पैकेज दर के बजाए केवल पद्धति के अनुसार मान्य होगा। इस मौके पर जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम अरविन्द कुमार, आयुष्मान भारत के डीपीसी नीरज कुमार, प्रमंडलीय समन्वयक संजय कुमार यादव, आईएसए के डीसी चंदन कुमार समेत तीनों जिला के मेडिकल ऑफिसर व आरोग्य मित्र मौजूद थे।
दुरूपयोग व धोखाधड़ी पर लगेगा रोक:
आयुष्मान भारत के प्रमंडलीय समन्वयक संजय कुमार यादव ने बताया कि इस पैकेज आमजनता को काफी राहत मिलेगी। इससे लाभार्थियों को निजी खर्चे से निजात मिलेगी। साथ हीं साथ इस नये पैकेज के लागू होने से धोखाधड़ी व दुरूपयोग पर पूरी तरह से रोक लगेगा।
एचबीपी-1 और एचबीपी-2 में क्या है अंतर:
एचबीपी-1 एचबीपी-2
कुल पैकेज- 1393 872
चिकित्सा पद्धति संख्या-1393 1574
डुप्लीकेट पैकेज- हाँ नहीं
अनिर्दिष्ट शल्य पैकेज- 1 लाख तक 5 लाख तक
सामान्य प्रसव पैकेज से बाहर:
आयुष्मान भारत योजना के एचबीपी-2 में सामान्य प्रसव को नहीं रखा गया है। इसके पहले एचबीपी-1 में सामान्य प्रसव को भी पैकेज में शामिल गया था, लेकिन इस पैकेज से इसको बाहर कर दिया गया। हलांकि सिजेरियन को एचबीपी-2 पैकेज में रखा गया है।
पांच लाख रूपये तक कैशलेस इलाज:
वर्ष 2011 के सामाजिक-आर्थिक एवं जातिगत जनगणना में चिन्हित गरीब परिवारों को इस योजना का पात्र बनाया गया है। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत लाभार्थी परिवार पैनल में शामिल सरकारी या निजी अस्पतालों में प्रति वर्ष 5 लाख रूपये तक कैशलेस ईलाज करा सकते हैं। योजना का लाभ उठाने के लिए उम्र की बाध्यता एवं परिवार के आकार को लेकर कोई बंदिश नहीं है। योजना को संचालित करने वाली नेशनल हेल्थ एजेंसी ने एक वेबसाइट और हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। इसके जरिये लाभार्थी यह जान सकते हैं कि उनका नाम लिस्ट में शामिल है या नहीं। लिस्ट में नाम जांचने के लिए mera.pmjay.gov.in वेबसाइट देख सकते हैं या हेल्पलाइन नंबर 14555 पर कॉल कर जानकारी ली जा सकती है।
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