- बैसा एवं बायसी मॉडल को पूरे ज़िले में लागू करना सराहनीय प्रयास: सिविल सर्जन
- पंचायती राज से जुड़े अधिकारी एवं कर्मियों के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य करने की जरूरत: एसडीओ
राष्ट्रनायक न्यूज।
पूर्णिया (बिहार)। स्वास्थ्य विभाग एवं यूनिसेफ बिहार के सहयोग से जिले के सभी प्रखंडों से चयनित 65 पंचायतों में ग्रामीण स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस (वीएचएसएनडी) परियोजना को जिला स्तरीय दो दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन शहर के निजी होटल में किया गया। जिसका विधिवत उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी, बायसी अनुमंडल पदाधिकारी तोशी कुमारी, आईसीडीएस की डीपीओ रजनी गुप्ता, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ विनय मोहन के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। इस अवसर पर डीपीएम सोरेंद्र दास, डीसीएम संजय दिनकर, यूनिसेफ के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सरिता, शादान अहमद खान, सुधाकर सिन्हा, देबाशीष घोष, मुकेश गुप्ता, केयर इंडिया के डीटीएल आलोक पटनायक एवं पिरामल के जिला लीड संजीव कुमार, जीविका की ओर से अरुण उपाध्याय, सहित चयनित बायसी, कसबा, बनमनखी, अमौर, धमदाहा, डगरुआ एवं के नगर प्रखंड के बीडीओ, एमओआईसी, सीडीपीओ, बीपीआरओ, बीसीएम, जीविका के बीपीएम, यूनीसेफ के बीएमसी, यूनीसेफ की ओर से कई अधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।
बैसा एवं बायसी मॉडल को पूरे ज़िले में लागू करना सराहनीय प्रयास: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने उद्घाटन समारोह के बाद कहा कि जिला के सभी प्रखंडों से चयनित 65 पंचायतों में सामुदायिक स्तर पर मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को बेहतर करने में ग्रामीण स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस अहम भूमिका अदा कर रहा है। जिसको लेकर बैसा एवं बायसी प्रखंड में विगत वर्ष मॉडल के रूप में इसे लागू किया गया था। जो शत प्रतिशत सफ़ल भी रहा है। उसी मॉडल को लेकर जिले के सभी प्रखंडों से पांच-पांच पंचायतों का चयन किया गया है। जिसमें वीएचएसएनडी के सत्र के दौरान प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत सामुदायिक स्तर पर प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) कॉर्नर के अलावा सामुदायिक स्तर पर उन्मुखीकरण में स्थानीय स्तर के पंचायत जनप्रतिनिधियों से एएनएम, आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविकाओं की सहभागिता सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। सबसे अहम बात यह है कि इस अभियान में जीविका समूह से जुड़ी दीदियों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण रही है।
पंचायती राज से जुड़े अधिकारी एवं कर्मियों के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य करने की जरूरत: एसडीओ
बायसी अनुमंडल की अनुमंडल पदाधिकारी तोशी कुमारी ने बताया कि ग्रामीण स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस से संबंधित सुदृढ़ीकरण परियोजना को यूनिसेफ के सहयोग से घोघरडीहा प्रखंड स्वराज्य विकास संघ (जीपीएसवीएस) द्वारा जिले के बैसा एवं बायसी प्रखंड के 33 पंचायतों में मॉडल परियोजना के तहत एएनसी कॉर्नर बनाया गया है। जिसमें आरोग्य दिवस के दिन गर्भवती माताओं की प्रसव पूर्व जांच की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। क्योंकि गर्भावस्था के दौरान प्रसव पूर्व जांच की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। लेकिन अब इस मॉडल को पूरे जिले में लागू किया गया है। हालांकि अब जिले के सभी प्रखंडों से पांच-पांच पंचायतों का चयन किया गया है। जिसमें पंचायती राज पदाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों का सहयोग लेने के लिए स्वास्थ्य विभाग, आईसीडीएस के अलावा यूनिसेफ के अधिकारी एवं कर्मियों को आपसी समन्वय स्थापित करने की आवश्यकता है।
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