- जिले के 65 पंचायतों में वीएचएसएनडी को लेकर उन्मुखीकरण कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण शिविर का आयोजन:
- जिलास्तरीय दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला के दूसरे दिन स्वास्थ्य कर्मियों को किया गया प्रशिक्षित: यूनिसेफ
राष्ट्रनायक न्यूज।
पूर्णिया (बिहार)। जिलाधिकारी के दिशा-निर्देश एवं जिला उपविकास आयुक्त के मार्गदर्शन में पूर्णिया जिले के चयनित 65 पंचायतों में वीएचएसएनडी सत्र स्थलों को मजबूत करने के लिए सामाजिक व्यवहार में बदलाव (एसबीसी) को लेकर दो दिवसीय जिला स्तरीय संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन शहर के एक निजी होटल में किया गया है । कार्यशाला में दूसरे दिन शुक्रवार को डीआईओ डॉ विनय मोहन, डीसीएम संजय दिनकर, जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी आलोक कुमार, यूनिसेफ के शादान अहमद खान, क्षेत्रीय सलाहकार शिव शेखर आनंद, एसएमसी मुकेश गुप्ता आदि के साथ केयर इंडिया के सोमेन मित्रा, पिरामल नम्रता सिन्हा और जियाद्दीन, सिफ़ार के धर्मेंद्र रस्तोगी, जीविका के प्रतिनिधियों के अलावा चयनित पूर्णिया पूर्व, रुपौली, श्री नगर, बी कोठी, भवानीपुर, बैसा एवं जलालगढ़ प्रखंड से प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बीएचएम, बीसीएम सहित कई अन्य अधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।
चयनित सभी 65 पंचायतों में वीएचएसएनडी को लेकर उन्मुखीकरण कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण शिविर का किया गया आयोजन: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि यूनिसेफ बिहार के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा जिले के सभी प्रखंडों से पांच-पांच पंचायतों का चयन किया गया है। क्योंकि आरोग्य दिवस के दिन सभी तरह की व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से क्रियान्वित करने के लिए स्थानीय स्तर पर सभी जनप्रतिनिधि, जीविका समूह से जुड़ी दीदियों के सहयोग से अपने कार्यों को शत प्रतिशत पूरा करने की आवश्यकता है। सामाजिक व्यवहार में बदलाव (एसबीसी) में गुणात्मक सुधार लाने के उद्देश्य से जिले के चयनित सभी 65 पंचायतों में वीएचएसएनडी को लेकर उन्मुखीकरण कार्यक्रम के तहत जिला स्तर पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया है। जिसमें आरोग्य दिवस सहित स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों में गर्भवती एवं धातृ माताओं के अलावा अभिभावकों को नवजात शिशुओं के जीवन की सुरक्षा किस तरह से करनी होती है, उचित देखभाल में सामाजिक एवं व्यवहार परिवर्तन किस तरह से होना चाहिए, आदि पर प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण कार्यशाला के दूसरे दिन स्वास्थ्य कर्मियों को किया गया प्रशिक्षित: यूनिसेफ
यूनिसेफ के क्षेत्रीय सलाहकार शिव शेखर आनंद ने बताया कि दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला के दूसरे दिन स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया। क्योंकि बुधवार एवं शुक्रवार को आरोग्य दिवस का आयोजन जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थान एवं आंगनबाड़ी केंद्रों पर होता है। उस दिन सभी एएनएम, आशा कार्यकर्ता एवं आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविकाओं द्वारा अपने-अपने पोषक क्षेत्रों की गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण, एनीमिया, टीकाकरण, प्रसव पूर्व तैयारी, उच्च जोख़िम वाले गर्भावस्था के अलावा धातृ महिलाओं को नवजात शिशुओं के लिए स्तनपान कराना क्यों जरूरी है, इस संबंध में विस्तार पूर्वक चर्चा की जाती है। विभागीय स्तर पर स्वास्थ्य एवं पोषण से संबंधित कई तरह के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। जिस दौरान अन्य प्रकार की जानकारियां दी जाती हैं। पहले 6 माह तक नियमित रूप से शिशुओं को स्तनपान कराने से उसे कई तरह के संक्रमण से बचाया जा सकता है।
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