राष्ट्रनायक न्यूज।
सिधवलिया (गोपालगंज)। भीषण गर्मी और उमस बढ़ने के साथ हैं मानव से लेकर के बेजुबान जीव जंतु भी परेशान है।मानव तो गर्मी से बचाव के लिए तरह तरह के संसाधन अपना रहा है लेकिन बेजुबान जीव जंतु ,पशु पंक्षियों का हाल बुरा है। बेजुबानों की परेशानी का आलम यह है कि गर्मी से बचाव के लिए छाया और पानी के लिए जगह-जगह भटक रहे हैं। खेत खलिहान चवर में जैसे ही पानी का दिखाई पड़ रहा है जीव जंतुओं की भीड़ उमड़ पर रही है और देखते ही देखते कुछ क्षणों में खेत खलिहान से पानी गायब हो जा रहा है पीने के पानी बून्द बून्द के लिए जीव जंतु तरस रहे है। पीने के लिए पानी का आलम यह है कि जीव जंतु पशु पक्षी अपनी प्यास को तो बता नही सकते लेकिन पीने के पानी के लिए चापाकल और पोखर तालाब के पास भटकते जरूर दिख रहे हैं ।बुद्धिजीवी व समझदार व्यक्ति तो पीने के पानी के लिए भटकते बेजुबानों को देखते ही बोतल और बाल्टी में पानी घर से बाहर रख दे रहे है किंतु उसके बाद भी सभी बेजुबानों को पीने का पानी मय्यर नहीं हो रहा है ।उल्लेखनीय है कि गर्मी के कारण खेत खलिहान के पोखर तालाब तो पहले से ही सूखे हुए हैं ।जलस्तर भी निचले पायदान पर चले जाने से छोटे छोटे तलाब,चापाकल, कुआं जैसे पानी के पारंपरिक स्रोत भी गर्मी से सूखकर खाली हो गए हैं ।जिससे बेजुबान जानवर से लेकर पशु पक्षी इन दिनों पानी के लिए भटकते नजर आ रहे हैं ।शनिवार को पीने की पानी के लिए एक बंदर भटकते भटकते गोपालगंज कचहरी कैंपस में पहुंचा जहां लोगों के द्वारा पीकर फेंकी गई पानी की बोतलों से बच्चे पानी को लेकर मानव की भांति पीना शुरू कर दिया। इसे देखने वालों की भीड़ होने लगी तब तक बंदर बोतल खाली कर वहां से निकल भागा निकला।


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