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छपरा के अम्बेडकर स्मारक स्थल को नीजी राजनीति और स्वार्थ का केन्द्र बनाया जाना समाजहित में सर्वाधिक गलत कार्य है: डा. रजनीश कुमार

छपरा के अम्बेडकर स्मारक स्थल को नीजी राजनीति और स्वार्थ का केन्द्र बनाया जाना समाजहित में सर्वाधिक गलत कार्य है: डा. रजनीश कुमार

छपरा(सारण)। अम्बेडकर स्मारक स्थल जिले के समस्त अनुसूचित जाति/जनजाति समाज के लोगों का धरोहर है। किसी एक व्यक्ति के बाप की बपौती नहीं जो अपनी नीजी स्वार्थ और गंदी राजनीतिक सोच से अपने मनोनुकूल रंग दे सके। वर्तमान समय में अनुसूचित जाति/जनजाति समाज जागरूक भी है और संघर्षरत भी है। समाज का कोई कार्य /पद समाजिक आम निर्णय से ही उचित और संभव है। अगर कोई व्यक्ति समाज को दरकिनार कर व्यक्तिगत महत्वकांक्षा को पाल रहा है तो यह उसका भ्रम है, उसको इस भ्रम में नहीं रहना चाहिए। समाज की शक्ति के सामने सभी तुच्छ हैं। समाज बड़ा और बलवान दोनों होता है और समाज का निर्णय ही हमेशा सर्वमान्य होता है। अगर आपमें वो क्षमता और काबिलियत है, जिससे दलित समाज प्रभावित हो सके और समाज को लगे की आप समाज हित में सही हैं। तो समाज आपको जरूर मौका देकर आगे लायेगा। इसमें अधीर होने और षडयंत्र करने की कोई जरुरत नहीं। इस बार लाँकडाउन के बाद पूर्ण लोकतांत्रिक तरीका को अपना पंचायत से लेकर जिला तक चुनाव होगा और दलित समाज के हर कोटि के लोगों की शतप्रतिशत भागीदारी भी होगी। जिला के अध्यक्ष का चुनाव भी लोकतांत्रिक तरीका को अपना कर ही होगा। समाज जो उचित निर्णय लेगा, वही अध्यक्ष बनेगा। वह दलित समुदाय के किसी भी जात से क्यों न हो। यहीं समय की मांग है और यही समाज हित में सर्वाधिक सर्वश्रेष्ठ भी होगा। दलित वर्ग (जिसमें सभी जाति के लोग हों) से युवाओं की टीम को अगर आगे लाये जाय तो यह ज्यादा प्रसांगिक होगा। क्योंकि युवा उर्जावान भी हैं और संकृण न होने के साथ समाज के प्रति ज्यादा जबाबदेह भी हैं।