बाढ़ का कहर झेल रहे पीड़ितों को नहीं मिल रही सरकारी सहायत, ग्रामीणों में नाराजगी
बनियापुर(सारण)। विगत एक सप्ताह से बाढ़ की विभिषिका झेल रहे पिपरा बिनटोलिया, मानोपाली दलित बस्ती समेत कई गांवों में अब तक राहत सामग्री नहीं पहुंचने से लोगो मेे नराजगी है. धमई नदी की बांध टूटने से पिपरा, मानोपाली समेत कई गांव टापू में तब्दील हो गए हैं. लोगो का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. लोग कई दिनों से घरों में दुबक कर रहने को विवश हैं, ऐसी परिस्थिति में खाने पीने की वस्तुओं की किल्लत झेलनी पड़ रही है. बावजूद इसके प्रशासन द्वारा बाढ़ पीड़ितों की अब तक कोई खबर नहीं ली गई है. बार बार मांग किये जाने के बाद भी पीड़ितों की सहायता के लिए प्रशासन द्वारा पहल नहीं किया जाना असंवेदनशीलता का परिचायक है. बताया जाता है कि नदी की बांध टूटने के बाद मौके पर पहुंचे सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने निरीक्षण किया था. सांसद ने जांच कर कम्युनिटी कीचेन शुरू कराने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया था. इधर, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण एसडीओ अभिलाषा शर्मा द्वारा भी किया गया. लेकिन पीड़ितों की मदद की अब तक कोई ठोस पहल नहीं किया गया है. जिससे आम लोगों के साथ-साथ पीड़ित भी नराज हैं. स्थानीय भाजपा नेता अजीत सिंह, बीडीसी भगवानजी शर्मा, मुखिया शिवजी दास ने पीड़ितों की मदद तथा क्षेत्र को बाढ़ आपदाग्रस्त घोषित करने की मांग की है. भाजपा नेता ने बताया कि पीड़ितों को मदद के लिए पहल नहीं की गई तो आंदोलन किया जा सकता है. बताया जाता है कि मानोपाली दलितबस्ती, अमाव, पिपरा, सिसई, नजीबा, कटसा, रामनगर, इब्राहिमपुर, कन्हौली मनोहर सहित कई गांव बाढ़ की चपेत में है. बाढ़ के पानी लोगो के घरों में प्रवेश कर गया है जिससे ये नारकीय स्थिति में जीने को विवश हैं.


More Stories
मुफ्फसिल थानाध्यक्ष का रिश्वत मांगने का ऑडियो वायरल, एसपी ने किया निलंबित, लाइन हाजिर
11 मार्च 2025 को एक दिवसीय नियोजन कैम्प का होगा आयोजन
छपरा शहर एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से जलनिकासी के लिये तैयार किये गये समेकित रूर्बन प्लान के विज़न डॉक्यूमेंट का डीएम ने किया विमोचन