राष्ट्रनायक न्यूज

Rashtranayaknews.com is a Hindi news website. Which publishes news related to different categories of sections of society such as local news, politics, health, sports, crime, national, entertainment, technology. The news published in Rashtranayak News.com is the personal opinion of the content writer. The author has full responsibility for disputes related to the facts given in the published news or material. The editor, publisher, manager, board of directors and editors will not be responsible for this. Settlement of any dispute

बरवां-छित्रवलिया सड़क की ग्रामीणों ने सामूहिक श्रमदान से किया मरम्मत

बरवां-छित्रवलिया सड़क की ग्रामीणों ने सामूहिक श्रमदान से किया मरम्मत

संजय पाण्डेय। राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
दाउदपुर (सारण)। बरवां शिवमंदिर मंदिर से छित्रवलिया जाने वाली ग्रामीण सड़क की मरम्मत सारण जिला कांग्रेस कमिटी के उपाध्यक्ष शिवबालक सिंह के नेतृत्व में ग्रामीणों द्वारा सामूहिक श्रमदान से किया गया। श्री सिंह व ग्रामीणों की माने तो करीब 26 वर्ष पूर्व उक्त सड़क का ईटकरण का कार्य किया गया था। इतने लंबे अंतराल तक सड़क की समुचित देख भाल व जीर्णोद्धार नहीं होने के कारण अब चलने लायक नही रह गया है।सड़क जगह-जगह टूट कर बड़े-बड़े गढ्ढे व खंडहर में तब्दील हो गया है। जहां बारिश के पानी के जलजमाव व कटान से सड़क पर चलना खुद को दुर्घटना के लिए आमंत्रित करने के समान है। अभी वर्तमान सड़क की हालत पर साइकिल व बाइक चलना तो दूर की बात है पैदल चलना भी मुश्किल है। जगह-जगह सड़क पर बने गढ्ढे व पानी मे आये दिन दर्जनों लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे है।ग्रामीणों का कहना है कि उक्त सड़क वर्षो से उपेक्षा का शिकार है। जिसका खामियाजा आसपास के कई गांव के लोग झेल रहे है।मालूम हो कि उक्त सड़क बरवां गांव स्थित सुखारी नाथ मंदिर से होकर गुजरती है जहाँ कई गांव के लोग मंदिर में पूजा अर्चना के लिए आते है। लोग मजबूरी व बेबसी में सड़क पर बहते पानी, गड्ढे व कीचड़ में चलने को मजबूर है। सड़क की दुर्दशा व लोगो की परेशानी देख ग्रामीण लोगो ने सामूहिक श्रमदान से उक्त सड़क पर बने गड्ढे में ईट डालकर मरम्मत कर रास्ते को सुगम बनाया। ताकि आने-जाने वाले राहगीरों व आम श्रद्धालुओं को कुछ हद तक परेशानी से निजात मिल सके। श्रमदान में मुख्य रूप से योगदान देने वालो में भगवान महतो, अशोक महतो, लखदेव प्रसाद, आनन्द प्रताप सिंह, मुन्ना पंडित, भोलू पंडित आदि अन्य ग्रामीण लोग शामिल थे।