बाढ़ के पानी में डूबे युवक का एक माह बाद भी नहीं मिला शव
- 29 जुलाई को पचौड़र बाजार जाने के क्रम में तेजधार में बह गया था युवक, अबतक नहीं मिला शव
- मृतक के पिता अनुग्रह अनुदान राशि के लिए दर-दर भटक रहे
राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
सारण/तरैया। बाढ़ के पानी में डूबे युवक का एक माह बाद भी शव नही मिला पाया हैं। युवक के शव का अभी भी खोजबीन जारी हैं, परिजन आज भी नदी, नाले, झाड़ियों में शव खोजते फिर रहे हैं। बात दें कि तरैया प्रखंड में 27 जुलाई को बाढ़ के पानी ने तबाही मचाना शुरू कर दिया। 29 जुलाई को आकूचक गांव निवासी अवध किशोर सिंह के 18 वर्षीय पुत्र शनि कुमार सिंह जो बीकॉम का छात्र था। वह अपने घर से घरेलू सामान खरीदने के लिए पचौड़र जा रहा था कि अचानक पैर फिसलने से बाढ़ के तेजधार में वह बह गया। स्थानीय लोगों के प्रयास से गोताखोर, तरैया थानाध्यक्ष व सीओ एनडीआरएफ की टीम के साथ शव को खोजने का काफी प्रयास किये लेकिन शव नहीं मिला। परिजन आज भी नाव से शव को ढूंढते फिर रहे है। एक माह बीत जाने के बाद न शव मिला और न हीं सरकारी सहायता। मृतक के पिता तरैया सीओ से आपदा विभाग से मिलने वाली सरकारी सहायता की गुहार लगाई लेकिन सरकारी साहब बोलते है कि शव के पोस्मार्टम रिपोर्ट के बाद ही सहायता की प्रक्रिया प्रारंभ होता है। मृतक के पिता थक हार कर जदयू के प्रदेश महासचिव व पूर्व विधायक मंजीत कुमार सिंह से गुहार लगाई है। प्रदेश महासचिव व पूर्व विधायक श्री सिंह ने इस संबंध में सारण के डीएम को एक पत्र भेजा है। जिसमें कहा है कि बाढ़ से मृत्यु होने या शव नहीं मिलने की स्थिति में भी आश्रित को आपदा अनुग्रह अनुदान राशि मिलता है। प्रधान सचिव आपदा प्रबंधन विभाग बिहार सरकार के पत्रांक-70 दिनांक-12.01.2009 में स्पष्ट आदेश निर्गत है कि प्राकृतिक आपदा के कारण मृतक का शव बरामद नहीं होने की स्थिति में उनके परिजन को अनुग्रह अनुदान राशि का भुगतान करने का प्रवधान है। पूर्व विधायक ने मृत्यु प्रमाण पत्र व प्राथमिकी के आधार पर आश्रित को अनुग्रह राशि की भुगतान करने की मांग किया है।


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