नीतीश कुमार के ऊपर दलितों की हत्या कराने की साजिश रचने का मुकदमा दर्ज हो
धर्मेन्द्र कुमार। राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
तरैया (सारण)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ऊपर दलितों की हत्या कराने की साजिश रचने का मुकदमा दर्ज हो इस प्रकार भोले-भाले दलित समुदाय के लोग आपस में नौकरी के लिए कट कर मर जाएंगे। भोले-भाले जनता को इनकी पहचान करने की जरूरत है। बिहार के मुख्यमंत्री श्री कुमार आपस में झगड़ा लगा रहे है।दलित को बांट कर महादलित बनाया वोट बैंक में तब्दील कर इनके नेता को पिछलगुआ बना कर रखा है। इनके इस बात से भाई- भाई का हत्या करने लगेगा। बाप-बेटा का 15 साल में कुछ नहीं कर पाए तो अपने कार्यकाल के अंतिम चुनावी लॉलीपॉप दे रहे है। जो आने वाले आगामी विधानसभा में दूध का दूध और पानी का पानी दलित, शोषित उपेक्षित भाई फैसला कर देंगे। इतना ही दलित प्रेम था तो जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री की कुर्सी से क्यों हटाया। बीते कुछ दिनों पहले श्याम रजक को भी बाहर का रास्ता दिखाया। नीतीश कुमार समाजवाद के ना सच्चे पुरोधक ना ही एक अच्छे शासक यह कुर्सी लोलुफ्त व्यक्ति हैं। अपने कुर्सी के लिए दलित और स्वर्ण में तो क्या दलित और महादलित में भी लड़ाने का काम किया है। इस प्रकार का प्रयास इनका निरंतर जारी है। किसी भी प्रकार से सत्ता में काबिज होना चाहते हैं। आगामी विधानसभा चुनाव में जनता इनको मुंहतोड़ जवाब देगी।वहीं बीजेपी के रूप में सुशील कुमार मोदी भी पिछलगू है। मूकदर्शक बनी देख रहे है।इस पर भी विचार हो दलित बस्ती रसीदपुर टीकमपुर एवं भटगाई में लोगों से मिलकर दैनिक उपयोगी वस्तुओं एवं भगवा गमछा का एक छोटा सा सहयोग किया। मेरे साथ तूफानी सिंह, विकेश सिंह चौहान, छोटू सिंह, राहुल सिंह, मंटू सिंह, सोनू सिंह, सत्येंद्र सिंह ,राजू सिंह, गोल्ड, नीलेश, सतीश, टुनटुन, अमन, अमलेश, सुरेंद्र ठाकुर उपस्थित थें।


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