राष्ट्रनायक न्यूज

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कोरोना लॉकडाउन समाप्त होते ही सारण में शुरू हुई एनपीआर की कवायद, सांख्यिकी पदाधिकारीे ने विभाग में प्रगणकों व पर्यवेक्षकों की भेजी सूची 

कोरोना लॉकडाउन समाप्त होते ही सारण में शुरू हुई एनपीआर की कवायद, सांख्यिकी पदाधिकारीे ने विभाग में प्रगणकों व पर्यवेक्षकों की भेजी सूची 

कशिश भारती की रिपोर्ट
छपरा(सारण)। कोरोना लॉकडाउन सामाप्त होते ही अनलॉक 4 शुरू होने के साथ ही जिले में एनपीआर यानी नेशनल पोपुलेशन रजिस्टर का कार्य कराने को लेकर तैयारी शुरू कर दिया गया है।  अर्थ एवं सांख्यिकी निदेशालय के निर्देश के आलोक में जिला सांख्यिकी पदाधिकारी सरिता कुमारी के सभी प्रखंडों के सांख्यिकी पदाधिकारी से एनपीआर में कार्य करने वाले प्रगणकों एवं प्रर्यवेक्षकों की  सूची मांग की है। जिस पर करीब सभी प्रखंडों से प्रगणक एवं पर्यवेक्षकोंं की सूची जिला सांख्यिकी कार्यालय एवं अर्थ एवं सांख्यिकी निदेशालय में भेज दिया गया है। जानकारी के अनुसार नेशनल पोपुलेशन रजिस्टर यानी राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी तैयार करने के लिए गत एक अप्रैल से 30 सितंबर 2020 तक जनगणना का कार्य  शुरू किया जाना था। लेकिन ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि आसन्न बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी हाेने के बाद एनपीआर का कार्य प्रभावित हो सकता है। हालांकि इस बार के एनपीआर में पिछले जनगनणना के अपेक्षा कई नये सवालों को भी पूछा जाएगा। जिसके लिए प्रगणक एवं पर्यवेक्षक को भी प्रशिक्षत किया जाना है। अनुमान है कि करीब छह प्रगणक पर एक पर्यवेक्षक नियुक्त किया जाएगा।
जनगणना में 31 प्रकार के पुछे जाएंगे सवाल
इस बार शुरू हो रहे जनगणना के गृह सूचीकरण चरण के दौरान जनगणना कर्मी परिवार के मुखिया का मोबाइल नंबर, शौचालयों से संबंधित जानकारी, टीवी, इंटरनेट, वाहन, पेयजल का स्त्रोत आदि से संबंधित सवाल पूछेंगे। अधिकारिक सूत्रों की माने तो जारी अधिसूचना के मुताबिक, जनगणना अधिकारियों को एनपीआर में गृह सूचीकरण और गृह जनगणना की कवायद के दौरान हर परिवार से जानकारी हासिल करने के लिए 31 प्रश्न पूछा जाएगा। मोबाइल नंबर सिर्फ जनगणना के मकसद से ही पूछा जाएगा और उसका इस्तेमाल किसी और प्रयोजन के लिए नहीं किया जाएगा।
पारंपरिक पेन और पेपर से होगा जनगणना
जिले में जिला सांख्यिकी पदाधकारी ने सरिता कुमारी की माने तो जनगणना का कार्य पारंपरिक पेन और पेपर से किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कुछ अफवाह है कि इस बार पारंपरिक पेन और पेपर के बजाय मोबाइल फोन एप्लीकेशन के जरिये किया जाएगा। जबकि ऐसी कोई बात नहीं है। एनपीआर पुरी तरह परदर्शी तरीके से होगा। कंही भी कोई भी संदेह नहीं है। जनगणना करने वाले प्रगणनों को पुरी तरह से प्रशिक्षित किया जाएगा। ताकि गणना के दौरान किसी तरह की परेशानी नहीं हो सके।
सात हजार प्रगणक करेंगे एनपीआर का कार्य
जिला सांख्यिकी पदाधिकारी ने बताया कि एनपीआर के कार्य को करने के लिए अभी से ही तैयारी शुरू कर दी गई है। सभी प्रखंडों के प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया है। एनपीआर में कार्य करने वाले प्रगणकों एवं पर्यवेक्षकों की सूची मांग किया है। उन्होंने बताया कि पहले गृह सूचीकरण का कार्य किया जाएगा। जिसमें प्रगणक के रूप में कार्य करने कये लिए शिक्षकों को लगाया जाएगा। जिसकी सूची संगहित की जा रही है। डीएसओ ने बताया कि एनपीआर का कार्य करने में करीब 7 हजार प्रगणकों की आवश्यकता पड़ेगी। साथ हीं छह प्रगणक पर एक पर्यवेक्षक को नियुक्त किया जाएगा। जिसके लिए कर्मियों का आंकड़ा संग्रहित किया जा रहा है।
तीसरी बार हो रहा एनपीआर का कार्य
नेशनल पोपुलेशन रजिस्टर यानी राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी के कार्य को लेकर जिला सांख्यिकी पदाधिकारी से पूछे जाने पर बताया कि एनपीआर का कार्य तीसरी पर शुरू हो रहा है। इसके पहले वर्ष 2011 एवं 2015-16 में हुआ था। इसके बाद इस बार एनपीआर का कार्य शुरू किया गया है। एनपीआर के दौरान परिवार के मुखिया से आधार कार्ड अथवा राशन कार्ड की मांग की जाएगी। इसी के आधार पर पंजी को संधारित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिले के किसी भी नागरिक एवं परिवार को घबराने की जरूरत नहीं है। आधार एवं राशन कार्ड से किसी भी नागरिक को कोई भी क्षति नहीं होगा।
एनपीआर का गृह सूचीकरण के बाद 2021 में होगा जनगणना
जिला सांख्यिकी पदाधिकारी ने बताया कि एक अप्रैल से 30 सितंबर तक होने वाले एनपीआर के दौरान गृह सूचीकरण तैयार किया जाएगा। इसी गृह सूची के आधार पर वर्ष 2021 में होने वाले आम जनगणना का कार्य किया जाएगा। ताकि जनगणना का कार्य आसानी से संपादित किया जा सके।
एनपीआर में परिवार के मुखिया से पूछे जाने वाले सवाल:-
1. बिल्डिंग नंबर (म्यूनिसिपल या स्थानीय अथॉरिटी नंबर)
2. सेंसस हाउस नंबर
3. मकान की छत, दीवार और सीलिंग में मुख्य रूप से इस्तेमाल हुआ मटीरियल
4. मकान का इस्तेमाल किस उद्देश्य से हो रहा है
5. मकान की स्थिति
6. मकान का नंबर
7. घर में रहने वाले लोगों की संख्या
8. घर के मुखिया का नाम
9. मुखिया का लिंग
10. क्या घर के मुखिया अनुसूचित जाति/जनजाति या अन्य समुदाय से ताल्लुक रखते हैं
11. मकान का ओनरशिप स्टेटस
12. मकान में मौजूद कमरे
13. घर में कितने शादीशुदा जोड़े रहते हैं
14. पीने के पानी का मुख्य स्त्रोत
15. घर में पानी के स्त्रोत की उपलब्धता
16. बिजली का मुख्य स्त्रोत
17. शौचालय है या नहीं
18. किस प्रकार के शौचालय हैं
19. ड्रेनेज सिस्टम
20. वॉशरूम है या नहीं
21. रसोई घर है या नहीं, इसमें एलपीजी/पीएनजी कनेक्शन है या नहीं
22. रसोई के लिए इस्तेमाल होने वाला ईंधन
23. रेडियो/ट्रांजिस्टर
24. टेलीविजन
25. इंटरनेट की सुविधा है या नहीं
26. लैपटॉप/कंप्यूटर है या नहीं
27. टेलीफोन/मोबाइल फोन/स्मार्टफोन
28. साइकिल/स्कूटर/मोटर साइकिल/मोपेड
29. कार/जीप/वैन
30. घर में किस अनाज का मुख्य रूप से उपभोग होता है
31. मोबाइल नंबर

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