नीलगायों और जंगली सुअर के बढ़ते आतंक से बनियापुर के किसान काफी चिंतित
संजय कुमार सिंह। राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
बनियापुर (सारण)। नीलगायों और जंगली सुअर के बढ़ते आतंक से किसान काफी चिंतित दिख रहे है। झुंड बनाकर चलने वाले इन पशुओ द्वारा फिलवक्त मक्के और सब्जियों की फसल को व्यापक पैमाने पर क्षति पहुचाये जाने से किसानो को आर्थिक क्षति उठानी पर रही है। अजय राय, आदित्य कुमार, संजीत कुमार, अमन राम, असरफ अली सहित दर्जनों किसानो ने बताया की रात के समय इन पशुओ द्वारा झुण्ड में खेतो में पहुँच फसलो को रौंदे जाने से फसले बर्बाद हो रही है। फिलवक्त खेतों में मक्के की फसल में भुट्टे लग चुके है। मगर फसल तैयार होने में करीब एक पखवाड़े लगने की बात बताई जा रही है। इस बीच रात्रि के समय मे इन हिंसक पशुओं द्वारा खेतों में प्रवेश कर खड़ी फसलों को तोड़कर यत्र-तत्र बिखेर दिया जा रहा है। जो किसानों के लिये परेशानी का सबब बना हुआ है। किसानो की माने तो कभी- कभी इन पशुओं द्वारा हिंसक रूप अपनाने और आक्रमण करने से कई किसान जख्मी हो चुके है। इसलिये रात में इन पशुओं को भगाने के लिये किसान हिम्मत नहीं जुटा पा रहे है। प्रखंड के कई गाँवो में हाल के दिनों में इन पशुओ की संख्या में बृद्धि हुई है। जिससे किसान भाई अपने फसलों की सुरक्षा को लेकर असहज महशुस कर रहे है।कई किसानों ने बताया कि जानवरों द्वारा फसल नुकसान की सूचना देने के बाद भी न तो कृषि विभाग के कर्मियों द्वारा जांच की जाती है, न ही किसी प्रकार की मुआवजा उपलब्ध कराई जाती है। इधर प्रखण्ड के कई इलाकों में बंदरों द्वारा भी फसलों एवं केला के बागवानी में प्रवेश कर फलों को व्यापक स्तर पर क्षति पहुँचाने की बात बताई जा रही है।
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