बाढ़ रिटर्न्स: दूसरी बार बाढ़ के जलस्तर में वृद्धि से जन जीवन अस्त व्यस्त
ऊंचे स्थानों पर शरण लेने को लोग एक बार फिर हुए मजबूर
मशरक (सारण)गंडक नदी के जलग्रहण क्षेत्रो में हुई भारी बारिश एवं गोपालगंज के देवापुर में बांध टूटने के कारण मशरक प्रखंड में एक बार फिर बाढ़ ने दस्तक दे दी है। जुलाई माह में गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर थानांतर्गत पकहाँ गांव में सारण तटबंध टूटने से बाढ़ ने मशरक प्रखंड समेत पानापुर ,मशरक ,तरैया ,अमनौर ,मढ़ौरा ,परसा ,दरियापुर आदि प्रखंडों में भारी तबाही मचायी थी।वही मशरक प्रखंड के 11 पंचायतों में लगभग एक माह तक बाढ़ की विभीषिका झेल चुके लोगो की जिंदगी धीरे धीरे पटरी पर लौट रही थी लेकिन एक बार फिर बाढ़ की दस्तक से लोग विस्थापित होने के लिए मजबूर हो गए है। बाढ़ का पानी रविवार से बढ़ना शुरू हुआ।प्रखंड के बहरौली, कवलपुरा, दुरगौली,अरना,बंगरा,हंसाफीर,बंगरा गढ़, कवलपुरा,एकवना, मठिया,बारोपुर बलुआ,मशरक पूर्वी तख्त टोला,सतीवारतीर, दक्षिण टोला,मोगलहिया, देवरिया, पश्चिम टोला,दोकड़ी, शास्त्री टोला समेत विभिन्न गांवों में तेजी से फैल रहा है। गांव समेत मुख्य सड़कों पर भी पानी तेजी से फैल रहा है।इस बीच बाढ़ की मार झेल चुके ग्रामीण एक बार फिर नहरों ,सड़को एवं ऊंचे स्थानों पर अपना अस्थायी आशियाना बनाना शुरू कर दिए है। कर्ण कुदरिया और चांद कुदरिया गांव में तो बाढ़ ने अपना तांडव दिखाना शुरू कर दिया है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में प्रशासन द्वारा कोई भी सहायता शुरू नही की गई है। कवलपुरा मुखिया प्रत्याशी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि पंचायत में फिर से बाढ़ का पानी आ गया है जिससे पंचायत समेत अलग बगल के पंचायतों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। गांव में सड़कों पर पानी आ जाने से प्रखड मुख्यालय से सम्पर्क टूट गया है। उन्होंने सीओ मशरक से पंचायत में नाव और आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की।


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