जदयू आलाकमान ने किया गौतम सिंह को दरकिनार, माघवी सिंह होंगी मांझी से एनडीए का चेहरा
राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
छपरा (सारण)। सारण जिले अंतर्गत मांझी विधानसभा इन दिनों शियास्त का अखाड़ा बना हुआ है। मालूम हो बिहार चुनाव के लिए एनडीए में मंगलवार को सीटों का बंटवारा हो गया था। बीजेपी 121 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जेडीयू के हिस्से में 122 सीटें आईं थी। सारण जिले अंतगत 10 विधानसभा क्षेत्र पड़ते है। जिसमे मांझी, परसा, मढ़ौरा और एकमा से जदयू के खाते में गई थी जबकि बनियापुर, तरैया, छपरा, गड़खा,अमनोर एवम सोनपुर से भाजपा के खाते में गई थी। जदयू ने आज सारण जिले के सभी सीटों पर प्रत्याशियों की लिस्ट की। जदयू आलाकमान द्वारा मांझी से जदयू के माधवी सिंग को मैदान में का निर्णय देख लोग भौचक रह गए। कल जदयू के ही कद्दावर नेता गौतम सिंह की नाम की घोषणा इस सीट से लगभग फाइनल हो गई थी। जिन्होंने 2005 और 2010 में यहाँ से जीत कर नीतीश मन्त्रिमण्डल में विज्ञान और प्रधौगिक मंत्री बनाय गए थे। पिछले चुनाव में गौतम सिंह ने पार्टी से बगावत कर समाजवादी पार्टी के टिकट पर यहां से चुनाव लड़ा था। क्यों कि उस समय जदयू महागठबंधन में शामिल थी और यह सीट कांग्रेस के खाते में चला गया था। इससे नाराज हो कर पूर्व मंत्री गौतम सिंह ने दूसरे पार्टी के टिकेट पर चुनाव लड़ा और महज 9 फीसदी वोट प्रतिशत हाशिल कर चुनाव हार गए। इस बार जदयू आलकमान ने गौतम सिंह के बगावती रवैया से परेशान हो कर मांझी के सीट से पूर्व मंत्री को दरकिनार कर दिया है और मांझी से माधवी सिंह को मैदान में उतारा है। हालांकि मांझी से अभी तक माधवी सिंह ने कभी चुनाव नही लड़ा है। लेकिन जदयू के शीर्ष नेता आरसीपी सिंह की बहुत करीबी मानी जाती है। वही भाजपा के भी कई ऐसे नेता है जो मांझी सीट का जदयू के खाते में जाने से नाराज है। और निर्दलीय ही चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है।


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