कोरोना पोजिटिव सिंगर कनिका कपूर का मामला सरकारी सिस्टम पर बड़ा सवाल
कोरोना को लेकर मचे कोहराम के बीच शुक्रवार को तब खलबली मच गई, जब पॉपुलर गायक कनिका कपूर कोरोना पोजिटिव पाई गई। हंगामा इसलिए भी मचा क्योंकि 15 मार्च को ब्रिटेन से वापस आने के बाद कोरोना पोजिटिव कनिका लखनऊ की उस पार्टी में शामिल हुई थीं, जिसमें तमाम मंत्री, सांसद और बड़े अधिकारी मौजूद थे। ये सांसद संसद गए जहां वो तमाम सांसदों के संपर्क में आएं।
इन तमाम बातों के लिए कनिका सबके निशाने पर हैं। यहां तक की उनपर FIR भी हो चुकी है। आरोप है कि वह एयरपोर्ट से बिना जांच बच निकली। तो क्या इसके लिए सिर्फ कनिका दोषी हैं? शायद नहीं, क्योंकि एयरपोर्ट पर जांच की जिम्मेदारी तो एयरपोर्ट अथॉरिटी और वहां भारत सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण की जांच करने वाले डॉक्टरों की है। सवाल उठता है कि अगर वह ईमानदारी से काम करते तो कनिका कैसे निकल आती?
कोरोना को लेकर सरकार की लापरवाही की परत फिल्म अभिनेता इरफान खान की पत्नी सुतापा के एक ट्विटर पोस्ट में भी झलकता है। ब्रिटेन में पढ़ रहे उनके बेटे बाबिल 19 मार्च को भारत लौटे। वहां हुई लापरवाही को देखकर इरफान की पत्नी भड़क गईं। उन्होंने ट्विट किया, “एयरपोर्ट पर बस उसका थर्मल चेकअप हुआ और भेज दिया गया। मैं वाकई बहुत हैरान थी कि थर्ड स्टेज है और भारत में उन्होंने उसे क्वारंटीन होने केलिए भी नहीं कहा और जाने दिया। उन्होंने बस बेटे से फोन नंबर के साथ एक फॉर्म भरवाया।” हालांकि सुतापा ने अपने बेटे को खुद ही एक खाली फ्लैट में 14 दिन के लिए आइसोलेट कर दिया।
इन दोनों मामले से साफ है कि यहां गलती व्यक्ति के अलावा सरकारी मशीनरी की भी है। ऐसे में अपनी गिरेबां बचाने के लिए सारा दोष किसी व्यक्ति पर लाद देना कहां तक उचित है?


More Stories
हर घर दस्तक देंगी आशा कार्यकर्ता, कालाजार के रोगियों की होगी खोज
लैटरल ऐंट्री” आरक्षण समाप्त करने की एक और साजिश है, वर्ष 2018 में 9 लैटरल भर्तियों के जरिए अबतक हो चूका 60-62 बहाली
गड़खा में भारत बंद के समर्थन में एआईएसएफ, बहुजन दलित एकता, भीम आर्मी सहित विभिन्न संगठनों ने सड़क पर उतरकर किया उग्र प्रदर्शन