पीएल बोनस के लिए पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ का छपरा में ज़ोरदार प्रदर्शन एवं सभा
राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
छपरा (सारण)। ए एच अंसारी , मण्डल अध्यक्ष पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के नेतृत्व में एनएफआईआर के महामंत्री डॉ० एम राघवैया एवं आरकेटीए के आह्वान और पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के महामंत्री विनोद राय एवं कार्यकारी अध्यक्ष सह जोनल सचिव (एनएफआईआर) रमेश मिश्रा के निर्देश पर आज सुबह 7 से 9 बजे छपरा में पी एल बोनस के भुगतान के लिए रेल कर्मचारियों ने ज़ोरदार प्रदर्शन किया। सैकड़ों की संख्या मे रेल कर्मचारी शामिल होकर छपरा इंजीनियरिंग गैंग हट से अपना प्रदर्शन जुलूस निकाले। “पी एल बोनस का भुगतान करो, नहीं तो होगा चक्का जाम का नारा लगाते हुए कैरेज एण्ड वैगन डिपो, डीजल लॉबी रेलवे स्टेशन छपरा जं० पहुँचे और एक नम्बर प्लेटफार्म पर फेरी लगाते हुए स्टेशन के बाहर सर्कुलेटिंग एरिया में पहुँचे। जहाँ सारे रेल कर्मचारियों की भीड़ सभा में तब्दील हुई। जिसको मण्डल अध्यक्ष ए एच अंसारी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि एनएफआईआर के महामंत्री डा० एम राघवैया की वार्ता रेलमंत्री और सीआरबी से 11 अक्टूबर को नई दिल्ली में पी एल बोनस को लेकर हुई। महामंत्री ने कहा कि कोरोना काल में रेलकर्मचारी वारियर्स के रूप में रातदिन काम किए हैं। इसमें 350 से अधिक रेलकर्मचारी कोरोना से दिवंगत हो गये। इस अवधि में मालगाड़ियाँ भी पिछले साल की अपेक्षा अधिक चली हैं, जिससे अन्य दिनों की अपेक्षा 15 प्रतिशत रेलवे को अधिक आमदनी हुई है। इसलिए सरकार रेलकर्मियों को पी एल बोनस 16 अक्टूबर तक भुगतान की घोषणा कर दे, जो रेलकर्मियों का हक़ है। इसपर रेलमंत्री और सीआरबी सहमत हो गये। लेकिन अभी तक पी एल बोनस की घोषणा नहीं हुई है। यानी सरकार की मंशा ठीक नहीं है। अगर केन्द्र सरकार 21 अक्टूबर तक पी एल बोनस की घोषणा नहीं करती है, तो रेलकर्मचारी बिना नोटिस दिए कभी भी रेल का चक्का जाम करने को मज़बूर होगें। जिसकी सारी जिम्मेदारी केन्द्र सरकार की होगी। रेलकर्मचारियों में भारी आक्रोश है। केन्द्र सरकार रेल कर्मचारियों को तरह-तरह से प्रताड़ित कर रही है। अन्य मुख्य माँगों में श्रम क़ानून में बदलाव वापस लेना , मँहगाई भत्ता रिलीज करना, रेलवे का नीजिकरण बंद करना, पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करना और नाईट ड्यूटी भत्ता नहीं तो नाईट ड्यूटी लेना बंद करना आदि है। सभा में उपस्थित होने वाले रेल कर्मचारी नेता में मुख्य रूप से, एल के शर्मा, रविभूषण सिंह, संतोष कुमार, श्रीभगवान, महेश कुमार, रामानंद शर्मा, रविशंकर कुमार, प्यारे लाल महतो, हरिकेश, निलेश, मुन्ना कुमार, अनिल कुमार, बंधु उराँव, मनोहर राणा, चैत माँझी, रामनाथ माँझी, अमित आनंद, लक्ष्मी, अजय कुमार, जयप्रकाश आदि उपस्थित थें।


More Stories
सारण के सांसद रूडी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की हुई बैठक, विकास योजनाओं पर हुई चर्चा
कार्यपालक सहायकों ने स्थायीकरण की मांग को ले दी चरणबद्ध आंदोलन व अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी
चुनाव आयोग की मनमानी और अलोकतांत्रिक कार्रवाई के विरुद्ध सी पी आई(एम) ने निकाला प्रतिरोध मार्च, डीएम को ज्ञापन सौंपा