दूसरे देश या संक्रमित राज्य से लौटने वाले लोगों को 14 दिन के लिए होम क्वारंटाइन में रखने के निर्देश
• होम क्वारंटाइन के दौरान जरुरी सावधानी बरतने की सलाह
• बेहतर साफ़-सफाई एवं घर वालों से दूरी जरुरी
•होम क्वारंटाइन को लेकर कार्यपालक निदेशक ने जारी किया दिशा-निर्देश
पूर्णियाँ। देश भर में कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार हाई अलर्ट पर है. राज्य में संक्रमण को रोकने के लिए कई स्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं. जिसमें अधिक से अधिक संदिग्ध लोगों की स्क्रीनिंग एवं राज्य भर में आईसोलेशन वार्ड निर्माण शामिल है. इसी कड़ी में दूसरे देश या संक्रमित राज्यों से लौटे बिहार निवासियों के लिए 14 दिनों तक की होम क्वारंटाइन में रखे जाने का फैसला भी शामिल है. इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने सभी जिला अधिकारी एवं सिविल सर्जन को पत्र लिखकर इसके विषय में विस्तार से दिशा निर्देश दिया है. पत्र में बताया गया है कि पूर्व में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा होम क्वारंटाइन से संबंधित दिशा-निर्देश की प्रति उपलब्ध करायी गयी थी. पत्र में बताया गया कि यदि कोई व्यक्ति भारत के बाहर से आया हो, विगत 14 दिनों में राज्य के बाहर से अथवा ऐसे क्षेत्रों से वापस आए है, जो कोवीड-19 से संक्रमित हो या ऐसे संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में रहे हों अथवा कोवीड-19 संक्रमण के व्यक्ति के निवास स्थान के आस-पास चिन्हित क्लस्टर में रहते हों, तो ऐसे सभी लोगों को 14 दिनों तक होम क्वारंटाइन में रहने की जरूरत है.
होम क्वारंटाइन में इन बातों का रखें ध्यान:
पत्र के माध्यम से होम क्वारंटाइन के दौरान जरुरी बातों के ध्यान रखने की बात बताई गयी है.
• ऐसे संदिग्ध व्यक्ति को अपने घर में अपने परिवार से अलग हवादार कमरे में रहना चाहिए, जिसमें बाथरूम एवं टॉयलेट कमरे से ही जुड़ा हो. यदि किसी अन्य सदस्य को उसी कमरे में रहना पड़े तो 1 मीटर की दूरी जरुर बनायें
• मरीज को मास्क का प्रयोग करना है, जिसे प्रत्येक 6 से 8 घंटे के बाद बदलना है. मास्क को अच्छी तरह से निस्तारण करें
• ऐसे व्यक्ति हाथ की निरंतर साफ़-सफाई करें. इसके लिए हैण्ड वाश, साबुन या अल्कोहलयुक्त सेनेटाईजर का उपयोग करें
• ऐसे संदिग्ध व्यक्ति के इस्तेमाल किये कपडे को परिवार के अन्य कपड़ों से अलग डिटरजेंट से साफ़ करने के बाद एवं अलग से सूखा कर ही उपयोग में लाया जाना चाहिए
• ऐसे संदिग्ध व्यक्ति की देख-रेख के दौरान परिवार वालों को हमेशा 1 मीटर की दूरी बनाये रखना चाहिए
• संदिग्ध व्यक्ति के संपर्क में आए तथा उनके द्वारा उपयोग किये जा रहे सभी चीजें जैसे कपडे, बर्तन, सतह, टॉयलेट एवं कमरा आदि को ग्लोब्स पहनकर डिटरजेंट, डेटोल या लाईजोल से साफ़ करें. ग्लोब्स इस्तेमाल करने के बाद हाथों को अच्छी तरह से साफ कर लें.
घर में बीमार लोग संदिग्ध व्यक्ति से रहें दूर:
जिला सिविल सर्जन डॉ मधुसूदन प्रसाद ने कहा कि संदिग्ध व्यक्ति से घर के बड़े बुजुर्ग, गर्भवती महिला, बच्चे, ह्रदय रोगी, मधुमेह रोगी, निमोनिया, दमा, किडनी एवं उच्च रक्तचाप से ग्रसित लोग दूर रहें. इनमें संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है. होम क्वारंटाइन में रहने की अवधि 14 दिनों की निर्धारित की गयी है. लेकिन यदि इसके बीच में संदिग्ध की भेजी गयी सैंपल नेगेटिव नहीं आती है तब तक उन्हें होम क्वारंटाइन में रहना होगा. अगर कोई लक्षण जैसे कि बुखार, खाँसी, सर्दी, साँस लेने में तकलीफ़ महसूस हो तो तुरंत टोल फ्री नंबर 104 या जिले के जिला नियंत्रण कक्ष के नंबर पर कॉल कर चिकित्सकीय सलाह प्राप्त करें.
होम क्वारंटाइन के दौरान ये न करें:
• किसी भी हालात में घर से बाहर नहीं निकलें और ना ही किसी समारोह में शामिल हों. यहाँ तक परिवार के सदस्यों से भी ना मिलें
• संदिग्ध व्यक्ति घर के किसी भी सामग्री को स्पर्श नहीं करें और ना ही घर के किसी अन्य सदस्य को ही छुएं
• घरेलू सामग्री जैसे बर्तन, कपडे, बेड आदि घर के किसी अन्य सदस्य द्वारा साझा नहीं करें
• हेमशा संदिग्ध व्यक्ति साफ़ कपडे का इस्तेमाल करें
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