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कोरोना से बचाव को अररिया जिले में प्रथम चरण के टीकाकरण की कवायद शुरू

कोरोना से बचाव को अररिया जिले में प्रथम चरण के टीकाकरण की कवायद शुरू

-पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों व आईसीडीएस कर्मियों का होगा टीकाकरण
-प्राइवेट व निजी नर्सिंग होम संचालक द्वारा कर्मियों से संबंधित सही डेटा उपलब्ध कराना जरूरी

अररिया। जिले में कोरोना से बचाव को लेकर टीकाकरण की कवायद शुरू कर दी गयी है। इसके लिये जिला स्वास्थ्य विभाग जरूरी तैयारियों में जुट गया है। टीकाकरण के प्रथम चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को टीकाकृत करने की योजना है। इसमें सभी सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों के साथ-साथ आईसीडीएस कर्मियों को भी शामिल किया गया है। पहले चरण में टीकाकरण के लिये डेटाबेस तैयार किया जा रहा है। दिसबंर माह के पहले सप्ताह के अंत तक ये डेटाबेस तैयार कर लिये जाने की संभावना है। इसे निर्धारित पोर्टल पर अपलोड किया जाना है। ताकि कर्मियों की संख्या सरकार के संज्ञान में आ सके। कोविड वैक्सीन सभी को नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाएगी।

पहले चरण में स्वास्थ्य व आईसीडीएस कर्मी होंगे टीकाकृत 
सिविल सर्जन रूपनारायण कुमार ने बताया कि टीकाकरण के पहले चरण में सभी सरकारी व गैर सरकारी स्वास्थ्य कर्मियों को शामिल करने की योजना है। आईसीडीएस कर्मी सेविका, सहायिका, एलएस, सीडीपीओ व आईसीडीएस, डीपीओ कार्यालय के विभिन्न कर्मी भी इसमें शामिल हैं। हेल्थ वर्कर में स्वीपर, आउट सोर्सिंग के वर्कर, एंबुलेंस चालक सहित अन्य को पहले चरण में टीकाकृत करने की योजना है।
डेटा बेस उपलब्ध कराने में प्राइेवट नर्सिंग होम संचालकों की चिंता व्यर्थ
स्वास्थ्य कर्मियों के डेटाबेस तैयार करने को लेकर चल रही प्रक्रिया में प्राइवेट नर्सिंग होम व क्लीनिक संचालकों के मन में कुछ शंकाएं हैं। इस कारण लोग डेटा देने से कतरा रहे हैं। इस संबंध में स्थिति साफ करते हुए डीपीएम रेहान असरफ ने कहा कि क्लीनिकल एस्टाब्लिश्मेंट एक्ट से संबंद्ध हों या नहीं सरकार ये मानती है कि इस माध्यम से भी लोगों तक जरूरी स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंच रही हैं। कहा कि क्लीनिक चाहे आयुर्वेद, होमियोपैथ या किसी अन्य चिकित्सा पद्धति के हैं अगर वे संबंधित डेटा उपलब्ध कराते हैं तो टीकाकरण की प्रक्रिया में उन्हें शामिल किया जायेगा। अगर डेटा सही नहीं दिया गया तो उस समय वैसे स्वास्थ्य कर्मी टीकाकरण से वंचित हो सकते हैं।
वैक्सीन के रख-रखाव को लेकर चल रही तैयारियां–
डीपीएम रेहान असरफ ने बताया कि कोरोना की वैक्सीन आने में अभी दो माह से अधिक का समय लग सकता है। वैक्सीन के रख-रखाव को लेकर भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा जरूरी तैयारियां की जा रही हैं। रख-रखाव के लिये तीन से पांच डिग्री तक का आईएलआर तैयार किया जा रहा है। वैक्सीन कहां स्टोर किया जाये, कहां कितनी मात्रा में वैक्सीन को स्टोर करने का इंतजाम उपलब्ध है। इसके निर्धारण की प्रक्रिया चल रही है।

कोरोना से बचाव को लेकर रखें इन बातों का ध्यान
-नियमित रूप से मास्क का सेवन करें
-बहुत जरूरी होने पर ही अपने घरों से बाहर निकलें
-अनावश्यक भीड़-भाड़ का हिस्सा बनने से परहेज करें
-नियमित समयांतराल के बाद अपनी हाथों की सफाई करें
-हाथ धोने के लिये अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर व साबुन उपयोगी हैं.
-सार्वजनिक जगहों पर थूकने से परहेज करें
-पौष्टिक व रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें

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