कोरोना संक्रमण से प्रभावित नहीं होगा पोषण पुनर्वास केंद्र, चिकित्सकीय जटिलतायुक्त कुपोषित बच्चों की होगी भर्ती
• कोविड 19 के मानकों के अनुसार बच्चों और उनकी माताओं का रखा जायेगा ध्यान
• कार्यपालक निदेशक ने जारी किया दिशा-निर्देश
• शीघ्र ही पोषण पुनर्वास केन्द्रों में कर्मियों की होगी बहाली
पूर्णियाँ। कोरोना वायरस के संबंधित मामले देश के साथ अब राज्य में भी बढ़ रहे हैं. कोरोना की रोकथाम एवं इससे बचाव को लेकर बिहार सरकार द्वारा कई अहम कदम भी उठाये जा रहे हैं. इसी कड़ी में पोषण पुनर्वास केन्द्रों के संचालन को लेकर भी राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा एक अहम फैसला लिया गया है. कोरोना संक्रमण के कारण अब राज्य के पोषण पुनर्वास केंद्र बंद नहीं होंगे. इन केन्द्रों में चिकित्सकीय जटिलतायुक्त कुपोषित बच्चों की भर्ती जारी रहेगी. कोविड 19 के निर्धारित मानकों के अनुसार सभी पोषण पुनर्वास केन्द्रों में भर्ती होने वाले कुपोषित बच्चों एवं उनकी माताओं को कोरोना संक्रमण से बचाव किया जाएगा. इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने सभी सिविल सर्जन को पत्र लिखकर विस्तार से दिशा निर्देश दिया है.
पोषण पुनर्वास केंद्र में सिर्फ चिकित्सकीय जटिलतायुक्त कुपोषित बच्चों की होगी भर्ती :
पत्र के माध्यम से बताया गया है कि पोषण पुनर्वास केंद्र में सिर्फ जटिलतायुक्त कुपोषित बच्चों की भर्ती की जाएगी. इन केन्द्रों में कोविड 19 के प्रस्तावित मानकों (कोविड 19 एस.ओ.पी) के अनुसार बच्चों और उनकी माताओं का ध्यान रखा जायेगा. कोरोनावायरस महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है ताकि इन केन्द्रों पर अल्प कुपोषित बच्चों व उनकी माताओं की संख्या में कमी लायी जा सके और केन्द्रों के संचालन में कोई असुविधा न आये.
संतोषप्रद कार्य करनेवाली स्वयंसेवी संस्थाओं के अनुबंध का होगा विस्तार:
पत्र के माध्यम से बताया गया है कि जिन पोषण पुनर्वास केन्द्रों का संचालन स्वयंसेवी संस्थानों द्वारा किया जा रहा है, उनके संतोषप्रद कार्य के आलोक में उनका अनुबंध 30 जून तक सशर्त बढ़ाया जा सकता है. पत्र में बताया गया है जिन स्वयंसेवी संस्थाओं का संचालन संतोषप्रद नहीं पाया जाता है वहां जिला स्वास्थ्य समिति के माध्यम से आवश्यक मानव बल की प्रतिनियुक्ति कर उक्त केंद्र का संचालन जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा किया जायेगा. जहाँ इन केन्द्रों का संचालन जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा किया जा रहा है, वहां मार्च 2020 के बाद भी जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा ही संचालन जारी रखा जायेगा.
एफडी एवं सीबीसीइ पदों की जल्द होगी नियुक्ति:
पत्र के माध्यम से बताया गया है कि सीबीसीइ( कम्युनिटी बेस्ड केयर एक्सटेंडर) एवं एफडी पदों की प्रक्रिया अंतिम चरण में है और शीघ्र इसे पूरा कर लिया जायेगा. इससे पोषण पुनर्वास केन्द्रों में मानव बल की कमी को दूर किया जा सकेगा और केन्द्रों के सुचारू रूप से संचालन में मदद मिलेगी. जब तक इस नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी नहीं कर ली जाती है तब तक सम्बंधित जिला स्वास्थ्य समिति वैकल्पिक व्यवस्था के तहत सभी स्वीकृत पदों पर कर्मियों की स्थानीय व्यवस्था कर पोषण पुनर्वाव केंद्र का संचालन सुचारू रूप से जारी रखेगी.
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