बीएसएफ के जवान राहुल का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन
- सैकड़ों ग्रामीण अंतिम यात्रा में हुए शामिल
के के सिंह सेंगर की रिर्पोट। राष्ट्रनायक न्यूज।
एकमा/मांझी (सारण)। भारत-बांग्लादेश सीमा पर किशनगंज में तैनात व एक सप्ताह पूर्व संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से गंभीर रुप से घायल व उपचार के दौरान कोलकाता के एक अस्पताल में जिंदगी की जंग हारने वाले बीएसएफ के जवान राहुल कुमार सिंह उर्फ भोला सिंह के पार्थिव शरीर का सोमवार को सरयू नदी के डुमाईगढ स्थित घाट पर सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए बीएसएफ के अधिकारियों, जवानों, एकमा व मांझी थानाध्यक्ष, पुलिस के जवानों, एकमा-मांझी के बीडीओ-सीओ, त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों, विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं, बुद्धिजीवियों सहित सैकड़ों ग्रामीण व नवयुवक शवयात्रा में शामिल हुए।
राहुल उर्फ भोला सारण जिले के एकमा थाना क्षेत्र के आमडाढी-कर्णपुरा गांव निवासी भृगुनाथ सिंह का सबसे बड़ा पुत्र था। एक सप्ताह पहले किशनगंज में बीएसएफ जवान राहुल कुमार सिंह (30) अज्ञात कारणों से गोली लगने से गंभीर रुप से घायल हो गया था। बेहतर उपचार हेतु उसे कोलकाता के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जिसकी उपचार के दौरान शुक्रवार को मौत हो गई थी। बीएसएफ जवान राहुल कुमार सिंह उर्फ भोला सिंह का पार्थिव शरीर एकमा थाना क्षेत्र के आमडाढ़ी-कर्णपुरा गांव स्थित पैतृक आवास परिसर में ताबूत में रखा व तिरंगे में लपेटा हुआ रविवार की देर शाम पहुंचा था। वहीं शव आने का इंतजार सिवान-छपरा हाइवे 531 पर आमडाढी रेलवे क्रॉसिंग से लेकर आमडाढी गांव के प्रवेश द्वार सहित मांझी-बरौली स्टेट हाइवे पर सड़क के दोनों किनारे ग्रामीण वृद्ध व युवा वर्ग खड़ा होकर इंतजार करते दिखे थे। बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों व जवानों द्वारा ताबूत विभागीय एंबुलेंस से आमडाढी गांव लाया गया। इसके बाद ताबूत को कंधे पर लेकर गांव के बाहर से बीएसएफ जवान के दरवाजे पर पहुंचाया गया। इसे देख सबकी आंखें नम हो गई। उसके पार्थिव शरीर को परिजनों सहित आम जनों के दर्शन के लिए आवास परिसर में रखा गया।
इन्होंने अंतिम दर्शन कर दी श्रद्धांजलि:
भाजपा सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, एकमा थानाध्यक्ष राजेश चौधरी, बीडीओ डॉ. कुन्दन, जिला पार्षद व भाजपा नेता धर्मेंद्र सिंह समाज, प्रो जनार्दन सिंह, भाजपा नेता चैतेन्द्रनाथ सिंह, मुकेश कुमार सिंह, प्रदीप कुमार सिंह पप्पू, सुनील कुमार सिंह, सिवान सांसद पति अजय सिंह, पूर्व मुखिया सुग्रीव सिंह, पूर्व मुखिया ओमप्रकाश सिंह, मुखिया पति भरत सिंह, अंजित ठाकुर, वकील सिंह, राजद नेता अवधेश यादव, राजेश्वर यादव, डॉ अमित कुमार तिवारी, सोनू यादव, जदयू बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव श्रीप्रकाश सिंह उर्फ महेश सिंह, पिता भृगुनाथ सिंह, चाचा शंभुनाथ सिंह, सरपंच राजकिशोर सिंह, मुकुल सिंह, शिक्षक नेता शैलेश कुमार सिंह, जिला पार्षद रुपेश सिंह छोटू, घनश्याम सिंह, प्रफुल्ल सिंह, ब्रजेश सिंह, गामा सिंह, शिक्षक कमल कुमार सिंह, पत्रकार ओमप्रकाश यादव, दिग्विजय गुप्ता, समाजसेवी विजय सिंह, पत्रकार देवकुमार शर्मा, मोतीचंद प्रसाद, अमित सिंह, सुनील पंडित आदि ने ताबूत में रखे पार्थिव शरीर पर फूलमाला अर्पित कर अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित किया। सोमवार की सुबह सैन्य सम्मान के साथ एकमा पुलिस अंचल के मांझी थाना क्षेत्र के सरयू नदी के डुमाईगढ घाट तक अंतिम शव यात्रा निकाली गई। अंतिम यात्र के दौरान भी युवाओं व ग्रामीणों ने जबतक सूरज-चांद रहेगा भोला तेरा नाम रहेगा, भोला भैया अमर रहें, शहीद जवान अमर रहे, राहुल अमर रहे, जय हिंद, भारत माता की जय..। आदि गर्मजोशी के साथ नारे लगाए।
डुमाईगढ घाट पर दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर:
डुमाईगढ घाट पर बीएसएफ जवान को सम्मान के साथ गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस दौरान बीएसएफ अधिकारियों व जवानों ने रक्षक राहुल अमर रहे, भारत माता की जय आदि के गगनभेदी नारे लगाए गए।
पिता ने दी मुखाग्नि:
डुमाईगढ घाट पर वृद्ध पिता भृगुनाथ सिंह ने बड़े पुत्र राहुल की चिता को मुखाग्नि दी। इसके साथ ही उसका पार्थिव शरीर पंचत्व में विलीन हो गया। इस मौके पर बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों व जवानों के अलावा एकमा थानाध्यक्ष राजेश चौधरी, बीडीओ एकमा डॉ. कुन्दन, एएसआई चितरंजन कुमार, जदयू बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव श्री प्रकाश सिंह उर्फ महेश सिंह, जिला पार्षद रुपेश कुमार सिंह, आमडाढी पंचायत के मुखिया पति भरत सिंह, पूर्व जिला पार्षद जगमोहन सिंह, जिप सदस्य प्रत्याशी सुनील कुमार सिंह, भाजपा नेता मुकेश कुमार सिंह, धर्मेंद्र सिंह समाज, चैतेन्द्रनाथ सिंह, प्रदीप कुमार पप्पू, आप नेता विभूति नारायण तिवारी, संतोष कुमार सिंह, बिजेंद्र सिंह, राजद नेता राजेश्वर यादव, अवधेश यादव, पत्रकार वीरेश सिंह, मनोज यादव, सरपंच राजकिशोर सिंह, चंदन श्रीवास्तव आदि के अलावा जवानों, बिहार पुलिस कर्मियों व क्षेत्र के सैकड़ों लोग बीएसएफ जवान राहुल के अंतिम संस्कार के दौरान मौजूद थे।
14 दिसंबर को लगी थी गोली:
सनद रहे कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर किशनगंज में तैनात बीएसएफ जवान राहुल कुमार सिंह (30) अज्ञात कारणों से बीते 14 दिसंबर गोली लगने से गंभीर रुप से घायल हो गया था। बेहतर उपचार हेतु उसे कोलकाता उपचार हेतु भर्ती कराया गया था। जिसकी उपचार के दौरान शुक्रवार को मौत हो गई थी। बीएसएफ जवान राहुल कुमार सिंह उर्फ भोला सिंह आमडाढी गांव निवासी भृगुनाथ सिंह का पुत्र था।
कोरोना काल में 30 जून को हुई थी शादी:
कोरोना काल के दौरान कुछ शर्तों के तहत छूट मिलने पर बीते 30 जून को मांझी थाना क्षेत्र के विनोद सिंह की पुत्री रागिनी कुमारी के साथ विवाह हुआ था।
चार भाई व चार बहनों में सबसे बड़ा था राहुल:
राहुल उर्फ भोला चार भाई व चार बहनों में वह सबसे बड़ा था। उनके अन्य तीन छोटे भाई क्रमशः भूषण कुमार सिंह, रजत कुमार सिंह, कुणाल कुमार सिंह व एक बहन आरती कुमारी अविवाहित हैं। जबकि तीन बहनों की शादी हो चुकी है।
परिवार का राहुल ही कमाऊं पुत्र था। वृद्ध माता-पिता के बुढापे का भी वही सहारा था। परिवार का भरण-पोषण का भी एक मात्र वही सहारा था।
सांसद व विधायक ने जताई संवेदना:
बीएसएफ जवान राहुल कुमार सिंह की असामयिक वीरगति को प्राप्त होने पर महाराजगंज सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल के अलावा एकमा विधायक श्रीकांत यादव व सारण स्थानीय निकाय एमएलसी प्रत्याशी सुधांशु रंजन ने भी अपनी गहरी शोक संवेदना प्रकट किया है।
बीएसएफ अधिकारी का कहना है:
अंतिम यात्रा में शामिल होने आए बीएसएफ अधिकारी चितरंजन राय ने कहा है कि वह बिहार के आरा के ही रहने वाले हैं। वह भी अवकाश फर थे। जानकारी पाकर बाहर से ही चले आए हैं। उन्होंने कहा है कि बीएसएफ जवान राहुल कुमार सिंह की गोली लगने की विभागीय जांच हो रही है।


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