लता मंगेशकर के संगीत के गुरू गुलाम मुस्तफा का निधन, शोक में डुबी फिल्म इंडस्ट्री
नई दिल्ली, (एजेंसी)। मशहूर शास्त्रीय गायक और संगीतकार उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान का रविवार को निधन हो गया है। उन्होंने 89 साल की उम्र में मुम्बई के बांद्रा स्थित अपने ही घर में अंतिम सांस ली। भारत सरकार ने उन्हें 1991 में पद्म श्री, 2006 में पद्म भूषण और 2018 में पद्म विभूषण अवॉर्ड से नवाजा था। उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान साहब के निधन पर लता मंगेशकर ने शोक व्यक्त किया है। 15 साल पहले खान उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान ब्रेन स्ट्रोक का शिकार हो गए थे। उन्हें लकवा भी मार दिया था तभी से वह बीमार चल रहे थे। वह चल-फिर भी नहीं पाते थे। घर में ही उनका इलाज चल रहा था। एबीपी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान के बेटे रब्बानी मुस्तफा खान ने उनकी मौत की खबर की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान का निधन आज दोपहर लगभग 12 से 12.15 बजे के बीच हुआ है। लता मंगेशकर ने अपने ट्विटर अकाउंट पर उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान साहब की एक फोटो शेयर की है। उन्होंने कैप्शन में लिखा, ”मुझे अभी ये दुखद खबर मिली है कि महान शास्त्रीय गायक उस्ताद उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान साहब खान इस दुनिया में नहीं रहे। ये सुनकर मुझे बहुत दुख हुआ है। वो गायक को अच्छे थे पर इंसान भी बहुत अच्छे थे।” लता ने एक और ट्वीट में लिखा, ”मेरी भांजी ने भी खान साहब से संगीत सीखा है। मैंने भी उनसे थोड़ा संगीत सीखा था। उनके जाने से संगीत की दुनिया को हानि हुई है। मैं उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं।”


More Stories
भारत में भ्रष्टाचार और अपराध के कारण तथा उनका निवारण
हर घर दस्तक देंगी आशा कार्यकर्ता, कालाजार के रोगियों की होगी खोज
लैटरल ऐंट्री” आरक्षण समाप्त करने की एक और साजिश है, वर्ष 2018 में 9 लैटरल भर्तियों के जरिए अबतक हो चूका 60-62 बहाली