काेरोना वायरस: सीवान में एक कोरोना पॉजिटिव ने 23 में फैलाया संक्रमण, हाई अलर्ट पर प्रशासन, परोसी जिला सारण का सीमा सील
छपरा। कोरोना वायरस यानी कोविड- 19 के संक्रमण को रोकने को लेकर सरकार व प्रशासन हर संभव प्रयास कर रही है। सारण प्रमंडल के सीवान में पिछले करीब 15 दिनों में कोरोना वायरस के कहर ने ढाई दर्जन लोगों को अपनी गिरफ्त में लिया है। यहां सिर्फ एक व्यक्ति की वजह से 23 लोग कोरोना से संक्रमित हो गए हैं। प्रदेश में कोरोना से सर्वाधिक संक्रमितों की संख्या को देखते हुए पूरा प्रशासनिक महकमा हाई अलर्ट पर है। हर थाने की सीमाबंदी के अलावा सीवान, गोपालगंज और छपरा की सीमाएं भी सील कर दी गई हैं। सीवान से जुड़े जिलों के बॉडर पर 24 घंटे निगरानी की जा रही है। छपरा के डीएम एवं एसपी किसी भी सूरत में कोरोना को लेकर कोई रिश्क लेने के मु्ंड में नहीं है। रघुनाथपुर प्रखंड के पंजवार गांव के 23 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। राजधानी से आई स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार छिड़काव कर रही है.। ड्रोन कैमरे से गांव की निगरानी की जा रही है। इधर, सीवान में कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रशासन ने राहत कार्य तेज कर दिए हैं। एसडीओ और एसडीपीओ अनाज और सब्जी का वितरण सुनिश्चित करने में लगे हैं।
बीएमपी की दो बटालियन ने संभाली कमान
सीवान में कोराेना वायरस के संक्रमण को देखते हुए पटना से बीएमपी की दो अतिरिक्त बटालियन रघुनाथपुर प्रखंड में तैनात की गई है। लॉकडाउन का पालन कराने के लिए प्रशासन पूरी सख्ती बरत रहा है। शहरी इलाके की मुख्य सड़कों को से मोहल्ले को जाने वाली सड़कों को बांस-बल्ली लगा कर सील कर दिया गया है।
सात किमी में बनाया गया बफर जोन
सीवान जिला प्रशासन ने जिले के 10 प्रखंडों के 47 गांवों में लॉकडाउन कर दिया है। इन गांवों को कंटेनमेंट जोन बना दिया गया है। तीन किमी तक किसी के आने-जाने पर पूर्ण पाबंदी है। इसके साथ ही सात किलोमीटर के परिधि क्षेत्र को बफर जोन भी बनाया गया है।
एक ही परिवार के लोग संक्रमित
सीवान जिले के रघुनाथपुर प्रखंड के पंजवार गांव में एक ही परिवार के 21 लोग संक्रमित होने की सूचना मिल रही हैं। परिवार का एक युवक ओमान में काम करता था। विदेश से वापसी पर उसे होम आइसोलेशन में रखा गया था, लेकिन उसने इसकी परवाह नहीं की। बेपरवाह रिश्तेदारों के घर आने-जाने से लेकर गांव के लोगों से मिलने और क्रिकेट टूर्नामेंट खेलने जैसी हरकतों के बीच उसने खुद के साथ-साथ दूसरों को भी संक्रमित कर दिया। मरीज में जब कोरोना का लक्षण पाया गया तो जांच कराई गई। 3 अप्रैल को उसके पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई। इसके बाद उसकी मां और पत्नी भी कोरोना संक्रमित पाई गईं। देखते ही देखते परिवार के 21 सदस्य संक्रमित हो गए। इसके साथ ही उन्होंने गांव के दो अन्य लोगों को भी संक्रमित कर दिया। ये संक्रमित परिवार के पड़ोसी हैं।
100 से ज्यादा लोग क्वारेंटाइन
रघुनाथपुर के गांव के जिस परिवार में कोरोना ने आतंक फैलाया है, उसके 32 सदस्यों को प्रशासन ने पहले तो होटल में आइसोलेट किया। बाद में उन्हें दयानंद आयुर्वेदिक कॉलेज में क्वारेंटाइन किया गया। 4 अप्रैल के बाद जिला प्रशासन ने रातों-रात गांव के 100 से ज्यादा लोगों को आधा दर्जन बसों में बैठाकर जांच के लिए मुख्यालय भेज दिया। ब्लड सैंपल को फिलहाल पटना भेजा गया है। प्रतिदिन गांव के लोगों का ब्लड सैंपल लिया जा रहा है।


More Stories
कार्यपालक सहायकों ने स्थायीकरण की मांग को ले दी चरणबद्ध आंदोलन व अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी
भू-सम्पदा अधिनियम का उलंघन करने वाले प्रमोटर्स की पहचान कर रेरा ने लगाया जुर्माना, प्रोजेक्ट के ज़मीन की रजिस्ट्री एवं दाखिल ख़ारिज पर भी रोक
बिहार में डोमिसाइल नीति लागू, बिहार से मैट्रिक या इंटरमीडिएट करने वाले युवाओं को शिक्षक नियुक्ति में रिक्त पदों के 40 फीसद पदों पर हीं लागू होगा डोमिसाइल