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कोरोना के नए स्ट्रेन से खुद को बचाना है तो पहनें दो-दो मास्क, 95 फीसदी तक खतरा कम

कोरोना के नए स्ट्रेन से खुद को बचाना है तो पहनें दो-दो मास्क, 95 फीसदी तक खतरा कम

वाशिंगटन, (एजेंसी)। अमेरिका ने अपने नागरिकों को कोरोना वायरस के नए प्रकार से बचने के लिए दो मास्क या एक बिल्कुल फिट मास्क पहनने की सलाह दी है। अमेरिकी स्वास्थ्य एजेंसी सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) की रिपोर्ट और दिशा-निर्देश में कहा गया है कि डिस्पोजेबल सर्जिकल मास्क के ऊपर से कपड़े का मास्क पहनने पर वायरस के खिलाफ 95 फीसदी से अधिक सुरक्षा मिलती है। रिपोर्ट के मुताबिक सर्जिकल मास्क के ऊपर कपड़े का मास्क लगाने पर पहले वाले मास्क के किनारे-किनारे से हवा के अंदर प्रवेश करने की संभावना खत्म हो जाती है। इसी तरह मास्क के फिट होने पर हवा के अंदर नहीं प्रवेश करने के कारण अत्यधिक सक्रिय वायरस के नए प्रकार से सुरक्षा मिलती है। यह बात प्रयोगशाला में भी साबित हो चुकी है।

मास्क से मौत के आंकड़े घटे : सीडीसी की निदेशक रोचेल वालेंस्की ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि मास्क पहनने को अनिवार्य करने के बाद से कोरोना संक्रमण और इससे मौत के मामले घटे हैं। सीडीसी के चिकित्सा अधिकारी जॉन टी ब्रुक्स ने कहा-कोरोना के खिलाफ दुनियाभर में मास्क काम कर रहा है, वायरस के अधिक सक्रिय नए प्रकार से बचने के लिए अब बिल्कुल फिट या डबल मास्क लगाने की जरूरत है, ताकि महामारी का जल्द अंत किया जा सके। कौन मास्क कितना कारगर: सीडीसी ने शोध में पाया कि तीन स्तर वाले सर्जिकल मास्क कफ से निकलने वाले 42 फीसदी कणों को रोकते हैं, जबकि तीन स्तर वाला कपड़े का मास्क 44 फीसदी कणों को रोकता है। लेकिन जब सर्जिकल मास्क के ऊपर कपड़े का मास्क लगाते हैं तो इससे 92 फीसदी कणों को फिल्टर करने में मदद मिलती है। इसके अलावा मास्क के पहनने के सही तरीके पर भी जोर दिया गया है। मास्क को ढीला नहीं रहना चाहिए, इसे कान से फंसाने पर अच्छी तरह कस जाना चाहिए। सब किसी जगह आसपास के सभी लोग दो मास्क लगाए होते हैं, तो संक्रमण से 95 फीसदी तक सुरक्षा मिलती है।

डब्ल्यूएचओ का कपड़े के मास्क पर जोर: फ्रांस ने अपने नागरिकों के लिए तीन स्तर वाला मास्क पहनने को अनिवार्य किया है। एन-95 मास्क 90 फीसदी हवा के कणों को फिल्टर कर देता है, लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन ने लोगों से कपड़े के मास्क पहनने की अपील की है। अमेरिका ने भी शुरू में सर्जिकल मास्क और एन-95 मास्क की कमी के कारण कपड़े के मास्क पहनने की सलाह दी थी। लेकिन आपूर्ति बढ़ने पर सरकार ने विभिन्न तरह के मास्क के गुण-दोष से लोगों को अवगत कराया है। हालांकि अमेरिका में अब भी एन-95 मास्क पहनने की सिफारिश नहीं की गई है। कोरोना से बचने के अन्य उपाय: रिपोर्ट में मास्क पहनने के अलावा कोरोना से बचने के अन्य उपायों का पालने करने को भी जरूरत बताया गया है। इनमें ज्यादा भीड़-भाड़ वाले इलाके में नहीं जाना, खराब वेंटीलेशन वाले कमरे में जाने से बचना, सामाजिक दूरी और बार-बार साबुन से हाथ धोना शामिल है। सीडीसी निदेशक वालेंस्की ने कहा-कुछ लोग मास्क के बारे में सुन-सुनकर या इसे पहनकर थक गए होंगे, लेकिन सार्वजनिक स्थानों पर हर व्यक्ति को मास्क पहनना जरूरी है, घर में तब मास्क पहनना जरूरी है, जब कोई बाहरी व्यक्ति आया हो। उन्होंने कहा कि अभी मास्क की अनिवार्यता के नियम को वापस लेने का सही समय नहीं आया है।

50 देशों में वायरस का नया प्रकार: कोरोना के नए प्रकार से संक्रमित होने के मामले अमेरिका, ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका समेत कई अन्य यूरोपीय देशों में बढ़ रहे हैं। अब इसके वायरस के नए प्रकार 50 देशों में पाए गए हैं। यही वजह है कि जर्मनी और आॅस्ट्रेलिया ने सार्वजनिक स्थान या सुपर मार्केट जाने वालों को ज्यादा सुरक्षित मास्क पहनने की सलाह दी है। अकेले अमेरिका में ब्रिटने में मिले कोरोना के नए प्रकार (बी-1.1.7) से 10 फरवरी तक 43 दिन में कुल 900 से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। ब्रिटेन के एक मंत्री मुताबिक दुनियाभर में कोरोना के 4000 से अधिक प्रकार हो सकते हैं।