पेट्रोल की कीमत ने लगाया शतक
नयी दिल्ली, (एजेंसी)। राजस्थान में पेट्रोल की कीमत मंगलवार को 99.87 रुपये प्रति लीटर हो गई, जो भारत में अब तक का उच्चतम स्तर है। पेट्रोल की कीमत में लगातार आठवें दिन बढ़ोतरी की वजह से यह दाम वृद्धि हुई है। सरकारी स्वामित्व वाले ईंधन खुदरा विक्रेताओं के मूल्य अधिसूचना के अनुसार पेट्रोल की कीमत में 30 पैसे प्रति लीटर और डीजल में 35 पैसे की बढ़ोतरी की गई है। इसके साथ ही तेल कंपनियों ने रसोई गैस (एलपीजी) की कीमत में 50 रुपये प्रति सिलेंडर और जेट ईंधन (एटीएफ) में 3.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई। राष्ट्रीय राजधानी में अब एलपीजी की कीमत 769 रुपये प्रति 14.2 किलोग्राम का सिलेंडर हो गई है। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि की वजह से खुदरा कीमतें बढ़ी हैं। इसका कारण स्थानीय बिक्री कर या मूल्यवर्धित कर (वैट) और माल भाड़ा अलग अलग राज्यों में भिन्न भिन्न होना है। दिल्ली में अब पेट्रोल 89.29 रुपये प्रति लीटर और डीजल 79.70 रुपये में मिलेगा। उच्च वैट लगाने वाले राज्यों में इन ईंधनों की दरें अधिक हैं। मुंबई में, पेट्रोल की कीमत बढ़कर 95.75 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 86.72 रुपये लीटर हो गई। देश में ईंधन पर सबसे अधिक वैट वसूलने वाले राज्य, राजस्थान में पेट्रोल और डीजल की सबसे अधिक कीमतें हैं। राज्य के श्रीगंगानगर शहर में, पेट्रोल की कीमत बढ़कर 99.87 रुपये और डीजल उछलकर 91.86 रुपये प्रति लीटर हो गया। श्रीगंगानगर में ब्रांडेड पेट्रोल की कीमत 102.65 रुपये प्रति लीटर और इसी तरह के ग्रेड डीजल की कीमत 95.52 रुपये हो गई है। दिल्ली में ब्रांडेड पेट्रोल की कीमत 92.12 रुपये प्रति लीटर और उसी ग्रेड के डीजल की कीमत 82.99 रुपये है। तेल कंपनियों ने राष्ट्रीय राजधानी में विमानन टरबाइन ईंधन (एटीएफ) की कीमत 1,942.5 रुपये प्रति किलोलीटर या 3.6 प्रतिशत बढ़ाकर 55,737.91 रुपये प्रति किलोलीटर कर दी। पेट्रोल और डीजल की कीमतें दैनिक आधार पर संशोधित की जाती हैं, एलपीजी और एटीएफ दरों को हर महीने एक और 16 तारीख को संशोधित किया जाता है। लगातार आठ दिनों में, पेट्रोल के लिए कीमतों में 2.34 रुपये प्रति लीटर और डीजल में 2.57 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। कीमतों में लगातार बढ़ोतरी की कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने आलोचना की है, जिसने आम आदमी पर बोझ कम करने के लिए करों में तत्काल कटौती किये जाने की मांग की है। तेल मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पिछले सप्ताह संसद को बताया था कि सरकार उत्पाद शुल्क में कमी करने के बारे में विचार नहीं कर रही है ताकि रिकॉर्ड ऊंचाई पर जा पहुंची कीमतों को कम किया जा सके। केंद्रीय और राज्य कर, खुदरा बिक्री मूल्य, पेट्रोल के लिए 60 प्रतिशत और डीजल के लिए 54 प्रतिशत हिस्सा बनते हैं। केंद्र सरकार पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क पर 32.90 रुपये और डीजल पर 31.80 रुपये प्रति लीटर वसूलती है।
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