प्रो. संजय पाण्डेय की रिर्पोट। राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
छपरा (सारण)। जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति के द्वारा राजभवन से मांगा गया वित्तीय लेनदेन का संतोषजनक स्पष्टीकरण नहीं दिया गया। गौरतलब है कि जेपीयू के कुलपति डॉ फारूक अली के द्वारा 1 दिसम्बर 2020 से 31 जनवरी 2021 तक किया गया कुल खर्च एक का 71.70 करोड का ब्यौरा संतोषजनक तरीके से राजभवन को नहीं दिया गया। उनके दिए गए ब्यौरे से राजभवन संतुष्ट नहीं हुआ तथा इसकी जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया गया। जिसमें ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर सुरेंद्र प्रताप सिंह को कमेटी का अध्यक्ष तथा सदस्य के रूप में पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गिरीश कुमार चौधरी एवं केएसडी संस्कृत विश्वविद्यालय दरभंगा के वित्तीय सलाहकार कैलाश राम को बनाया गया है। राजभवन के द्वारा इस आशय का पत्र जारी कर दिया गया है।


More Stories
सारण के सांसद रूडी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की हुई बैठक, विकास योजनाओं पर हुई चर्चा
कार्यपालक सहायकों ने स्थायीकरण की मांग को ले दी चरणबद्ध आंदोलन व अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी
चुनाव आयोग की मनमानी और अलोकतांत्रिक कार्रवाई के विरुद्ध सी पी आई(एम) ने निकाला प्रतिरोध मार्च, डीएम को ज्ञापन सौंपा