नई दिल्ली, (एजेंसी)। राम मंदिर निर्माण के साथ ही भक्तों की जरूरतों का पूरा ध्यान भी रखा जा रहा है। हर निर्माण कार्य और रामनगरी के कण-कण में भगवान की तलाश। महाराज दशरथ की समाधि स्थली और भरत की तपोस्थली भी रामनगरी से जुड़ेगी। भगवान जगत के कण-कण में विद्यमान हैं। ऐसा हम अक्सर सुनते आए हैं। लेकिन कण-कण में भगवान को तलाशते रामलला के भक्तों को गर्भ गृह की पवित्र मिट्टी दी जा रही है।
अयोध्या में इन दिनों नींव भरने की प्रक्रिया चल रही है। हर रोज हजारों श्रद्धालु रामलला के दर्शन के लिए आ रहे हैं। वे रामजन्मभूमि परिसर में नींव की खुदाई से निकली मिट्टी को पवित्र रजकण मानकर अपने साथ ले जा रहे हैं। इस मिट्टी को राम जन्मभूमि परिसर समेत अलग-अलग स्थानों पर रखा गया है। हालांकि इस मिट्टी को देने के लिए जो खास डिब्बे बनाए गए हैं वह चुनिंदा और खास लोगों को ही दिए जा रहे हैं। ट्रस्ट की ओर से कहा गया कि गर्भ गृह की मिट्टी से सभी को प्यार है। साधु-संत समेत हर किसी के मन में इस मिट्टी के लिए श्रद्धा है। इसीलिए जो बाहर से या अलग-अलग मठ-मंदिरों से साधु-संत या लोग आते हैं उनके कहने पर इस मिट्टी को उपलब्ध कराया जाता है।


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