श्रीनगर, (एजेंसी)। कश्मीर में तीन अलग-अलग मुठभेड़ों में रविवार को 5 आतंकियों को सुरक्षा बलों ने ढेर कर दिया है। इस दौरान दो सुरक्षाकर्मी घायल भी हुए हैं। मारे गए आतंकियों में 14 साल का एक नाबालिग भी है, जो बीते एक सप्ताह से अपने घर से लापता था और माना जा रहा था कि वह किसी आतंकी संगठन में शामिल हो गया है। शोपियां के हादीपोरा गांव में रविवार को हुई मुठभेड़ में वह भी मारा गया। हालांकि किशोर आतंकी को समझाने का सुरक्षा बलों की ओर से काफी प्रयास किया गया और उसके माता-पिता को भी मुठभेड़ के दौरान बुलाया गया, लेकिन सभी प्रयास विफल रहे। जम्मू कश्मीर पुलिस के आईजी विजय कुमार ने कहा कि हमने उसे सरेंडर करने का मौका दिया था, लेकिन उसके आतंकी आकाओं ने उसे ऐसा करने से रोका।
आईजी विजय कुमार ने बताया, ‘हम उसके पैरेंट्स को एनकाउंटर साइट पर लाए थे और उससे सरेंडर की अपील की थी। वह सरेंडर करना भी चाहता था, लेकिन उसके आकाओं ने उसे ऐसा करने से रोका।’ शनिवार रात को हादीपोरा में गांव में आतंकियों की मौजूदगी की जानकारी मिलने पर सेना, पुलिस और सीआरपीएफ की टीम ने उनकी घेराबंदी की थी। विजय कुमार ने बताया, ‘सुरक्षाबलों की ओर से घेर लिए जाने के बाद किशोर ने अपने पैरेंट्स को कॉल किया था। उसने उन्हें बताया था कि एक आतंकी मारा गया है और मेरी जान बचा लीजिए। हमने उसकी जान बचाने का प्रयास भी किया, लेकिन दूसरे आतंकी आसिफ ने उसे बाहर निकलने और सरेंडर करने से रोक लिया।’
रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि एनकाउंटर स्थल से एक राइफल और एक पिस्तौल बरामद की गई है। इससे यह माना जा रहा है कि आतंकियों के पास दो ही हथियार थे और नाबालिग निहत्था था। बता दें कि शुक्रवार को ही लापता नाबालिग के परिजनों ने बेटे के गायब होने की जानकारी दी थी। उन्होंने सार्वजनिक तौर पर अपने बेटे से मिलवाने की अपील भी की थी। नाबालिग के शव को दफनाने के लिए परिजनों को सौंप दिया है। इसके अलावा अन्य आतंकियों को पुलिस ने ही दफना दिया है। इसके अलावा अनंतनाग में हुए एनकाउंटर में सुरक्षा बलों ने दो आतंकियों को मार गिराया।
ये आतंकी टेरिटोरियल आर्मी के जवान हवलदार मोहम्मद सलीम की हत्या के जिम्मेदार थे। शुक्रवार को आतंकियों ने छुट्टियों पर आए निहत्थे जवान की गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। बीते तीन दिनों में सुरक्षा बलों ने 12 आतंकियों को ढेर करने में सफलता पाई है।


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