पटना: कोरोना के कहर के बीच नक्सल विरोधी अभियान में लगे सुरक्षाबल अपनी ड्यूटी पर डटे हैं। महामारी को लेकर एहतियात जरूर बरती जा रही है पर नक्सलियों के खिलाफ उनका अभियान पूरे दमखम के साथ जारी है। बिहार-झारखंड की सीमा पर सुरक्षा बल उसी तत्परता से आॅपरेशन को अंजाम दे रहे हैं जैसे पहले से देते आए हैं। कोरोना का बढ़ता प्रकोप उनके रास्ते आड़े नहीं आ रहा। कोरोना में जहां हर चीज की रफ्तार थम सी गई है वहीं सुरक्षाबलों के अभियान पर कोई फर्क नहीं आया है। नक्सल प्रभावित इलाकों में लगातार अभियान चलाया जा रहा है। सीआरपीएफ, कोबरा, एसएसबी बिहार पुलिस के साथ कार्रवाई में जुटी है। एसटीएफ भी मोर्चे पर मुस्तैद है। नक्सल विरोधी अभियान से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सुरक्षाबल नक्सल विरोधी अभियान को मजबूती से अंजाम दे रहे हैं। किसी तरह की कोई ढिलाई नहीं बरती जा रही है। जो जवान छुट्टी से लौट रहे हैं उनका कोरोना टेस्ट भी कराया जा रहा है। जरूरत के मुताबिक कवारंटीन करने की भी व्यवस्था है।
सुरक्षाबल अपने अभियान के दौरान नक्सलियों के मूवमेंट पर नजर रख रहे हैं। इसके लिए प्रभावित इलाकों में गश्त और तलाशी अभियान लगातार चलाया जा रहा है। सुरक्षाबलों की कोशिश है कि नक्सलियों के मूवमेंट को ट्रैक कर कार्रवाई की जाए। उन तमाम ठिकानों पर भी नजर रखी जा रही है जहां नक्सली शरण लिया करते हैं। नक्सलियों तक राशन और गोला-बारूद और दूसरे जरूरी सामान नहीं पहुंच पाए इसके लिए मैदानी इलाकों में खुफिया तंत्र को सक्रिय रखा गया है। कोरोना के मद्देनजर कहीं कोई दिक्कत तो नहीं है इसपर आला अधिकारियों की नजर बनी हुई है। हाल में ही सीआरपीएफ के आईजी झारखंड सेक्टर महेश्वर दयाल ने बिहार सेक्टर को लेकर समीक्षा बैठक की थी। वहीं कोरोना से उत्पन्न स्थिति में काम प्रभावित न हो इसको लेकर डीजी सीआरपीएफ कुलदीप सिंह द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेसिंग और वर्चुवल मीटिंग के जरिए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए।


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