राष्ट्रनायक न्यूज। ब्रेड हर किसी की डाइट का एक अहम हिस्सा है। अमूमन हम लोग नाश्ते में बे्रड को जरूर शामिल करते हैं। लेकिन नियमित रूप से और आवश्यकता से अधिक ब्रेड का सेवन आपके लिए बेहद नुकसानदायक हो सकता है। बहुत से लोगों को इस बात की जानकारी नहीं होती, लेकिन अत्यधिक ब्रेड का सेवन उनके लिए कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं लेकर आता है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको ब्रेड का अधिक सेवन करने से होने वाले लाभों के बारे में बता रहे हैं-
वजन बढ़ना: हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि जब आप आवश्यकता से अधिक ब्रेड का सेवन करते हैं, तो इससे आपको वजन बढ़ने की समस्या हो सकती है। दरअसल, ब्रेड में कार्ब्स, नमक, रिफाइंड शुगर और प्रिजर्वेटिव्स आदि को शामिल किया जाता है जिसके कारण यह आपका वजन बढ़ सकता है। इसे मॉडरेशन में खाना ठीक है; लेकिन इसके अधिक सेवन से बचें।
बहुत अधिक नमक: अधिकांश ब्रेड की वैरायटी, विशेष रूप से प्रोसेस्ड ब्रेड जो आप सुपरमार्केट से खरीदते हैं, में नमक की काफी अधिकता है। इसलिए अगर आप कम ब्रेड खाते हैं, तो इससे आपके शरीर में सोडियम की मात्रा नियंत्रित रहती है। इसलिए बेहतर होगा कि आप आप घर पर अपनी खुद से ब्रेड बेक करें और इसमें नमक बहुत ज्यादा ना मिलाए।
डायबिटीज का जोखिम बढ़ना: हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, ब्रेड में बहुत सारी चीनी होती है और यदि आप इसे बहुत अधिक खाते हैं तो आपके रक्त में शर्करा का स्तर बढ़ जाएगा। जब रक्त शर्करा का स्तर बढ़ता है, तो अतिरिक्त इंसुलिन को रक्तप्रवाह में छोड़ा जाता है और कोशिकाओं को इंसुलिन प्रतिरोधी बना सकता है, जिससे शर्करा के स्तर को नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है।
क्रेविंग का बढ़ना: ब्लड शुगर स्पाइक्स सिर्फ इंसुलिन प्रतिरोध का कारण नहीं बनते हैं, वे आपको खाने के कुछ मिनट बाद भूख महसूस कराते हैं। जब आप ब्रेड खाते हैं, तो रक्त में शर्करा का स्तर बढ़ जाता है और इससे आपको ऊर्जा मिलती है। लेकिन जल्द ही शुगर कम हो जाती है, जिससे आप लो महसूस करते हैं और ऐसे में आप फिर से ऊर्जा को बढ़ाने के लिए कुछ मीठा खाने के लिए तरस जाते हैं।
पोषण की कमी: यह भी ब्रेड खाने से होने वाला एक बड़ा नुकसान है। आमतौर पर हमारा आहार ऐसा होना चाहिए जो सिर्फ पेट ना भरे, बल्कि उसके कारण शरीर को आवश्यक पोषक तत्व भी जरूर मिलें। लेकिन ब्रेड के सेवन से ऐसा कुछ नहीं होता। यह महज आपका पेट ही भरता है, लेकिन इससे शरीर में कई न्यूटिशन डेफिशिएंसी हो सकती है।
डिप्रेशन होने की संभावना: रिसर्च से पता चला है कि व्हाइट ब्रेड में मिलने वाले रिफाइंड काबोर्हाइड्रेट और डिप्रेशन के बीच एक लिंक है। खासतौर से, रजोनिवृत्ति के बाद महिलाओं में यह समस्या अधिक होती है। बहुत अधिक ब्रेड खाने से आपके हार्मोनल में बदलावों के परिणामस्वरूप थकान, मूड स्विंग और अन्य अवसाद के लक्षण हो सकते हैं।
मिताली जैन
More Stories
हर घर दस्तक देंगी आशा कार्यकर्ता, कालाजार के रोगियों की होगी खोज
लैटरल ऐंट्री” आरक्षण समाप्त करने की एक और साजिश है, वर्ष 2018 में 9 लैटरल भर्तियों के जरिए अबतक हो चूका 60-62 बहाली
गड़खा में भारत बंद के समर्थन में एआईएसएफ, बहुजन दलित एकता, भीम आर्मी सहित विभिन्न संगठनों ने सड़क पर उतरकर किया उग्र प्रदर्शन