नई दिल्ली, (एजेंसी)। उत्तर प्रदेश के झांसी में लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया है। झांसी मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों ने जिस महिला की कोरोना वायरस से मौत होने की पुष्टि की थी वो शनिवार को जिंदा मिली। रिपोर्ट्स के अनुसार, महिला का नाम राजकुमारी गुप्ता है और उसकी उम्र 65 साल है।
उसकी पहचान संख्या खऌअठ 0029658574 है, उसे अस्पताल के अधिकारियों ने शुक्रवार को कोरोना के कारण मृत करार दे दिया था। जानकारी के अनुसार, महिला को 23 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उसी दिन उसकी मृत्यु हो गई थी। उसे सांस लेने में तकलीफ के साथ गले में खराश, बुखार और खांसी हो रही थी। अस्पताल की लापरवाही का पता शनिवार को तब चला जब कुछ लोगों ने उसके रिश्तेदारों से संपर्क किया।
बाद में, एक वीडियो क्लिप भी वायरल हुई, जिसमें राजकुमारी अपने घर की बालकनी में खड़ी दिखाई दे रही हैं और वो कहती हैं कि मैं एक हफ्ते पहले ठीक हो चुकी हूं और स्वस्थ हूं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, झांसी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. नरेंद्र सिंह सेंगर का कहना है कि यह गलती एक जैसे नामों की वजह से हुई। इसी नाम की एक महिला की गुरुवार रात को कोविड से मौत हो गई थी।
उन्होंने कहा, ‘मृतका के परिवार के सदस्यों ने अस्पताल के आईसीयू वार्ड में प्रवेश किया और हंगामा करना शुरू कर दिया। उन्होंने उस समय मौजूद मेडिकल स्टाफ के साथ हाथापाई की, जिसके लिए उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस हाथापाई के दौरान फाइलें आपस में मिल गईं जिससे वजह से यह गलतफहमी पैदा हुई।’
इस बीच, कोविड के कारण छह लोगों की मौत हो गई। जबकि जिले में शनिवार को 834 नए मरीज सामने आए। इसके साथ कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 21437 पर पहुंच गई है। सक्रिय मरीजों की संख्या 7136 है। इसमें से 603 मरीज सिप्टोमैटिक हैं। मामलों में लगातार हो रही वृद्धि जिला प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बने हुए हैं।


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