नई दिल्ली, (एजेंसी)। पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट आॅफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि कोविल्ड को 300 रुपये प्रति डोज की कीमत पर राज्यों को उपलब्ध कराया जाएगा। वैक्सीन निमार्ता सीरम इंस्टीट्यूट आॅफ इंडिया की ये डोज पहले राज्यों के लिए 400 रुपये की कीमत पर थी। पूनावाला ने कहा यह फैसला सीरम इंस्टीट्यूट की ओर से एक परोपकारी इशारा है। उन्होंने कहा कि इससे राज्य के हजारों करोड़ रुपये की धनराशि की बचत होगी और अधिक टीकाकरण सक्षम होंगे। सीरम इंस्टीट्यूट, जो दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन निमार्ता है, को राज्यों से 340 मिलियन और भारत के निजी अस्पतालों से 20 मिलियन खुराक लेने के आदेश मिले हैं। बकाया आदेशों का एक बड़ा हिस्सा विभिन्न राज्य सरकारों का है।
रकक के सूत्रों का कहना है कि अगले चार दिनों में राज्यों को आपूर्ति शुरू हो जाएगी। इस सप्ताह पांच राज्यों को आपूर्ति मिलेगी, जिसमें कोविड -19 महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र शामिल है, अन्य राज्यों को कोविशिल्ड की आपूर्ति तीन सप्ताह के समय में मिलनी शुरू हो जाएगी। यह विचार सुनिश्चित करना है कि टीकाकरण को 1 मई से शुरू किया जा सकता है। 18 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी लोग शनिवार से शुरू होने वाले दुनिया के सबसे बड़े राष्ट्रव्यापी इनोक्यूलेशन ड्राइव के तीसरे चरण में जीवन रक्षक वैक्सीन प्राप्त करने के लिए पात्र होंगे।
इस महीने की शुरूआत में, सीरम इंस्टीट्यूट ने कोविल्ड के मूल्य निर्धारण पर एक स्पष्टीकरण जारी किया। राजनीतिक नेताओं ने वैक्सीन निमार्ता से आग्रह किया है कि इसे केंद्र को सभी मानक और राज्य सरकारों और निजी अस्पतालों को प्रति खुराक विभिन्न मूल्यों पर बेचने के बजाय सभी को एक मानक मूल्य पर उपलब्ध कराया जाए। अपने बयान में, रकक ने कहा था कि उसके कोविड -19 वैक्सीन की सीमित संख्या में केवल 600 रुपये की कीमत पर निजी अस्पतालों को बेचा जाएगा।


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