नई दिल्ली, (एजेंसी)। पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुए हिंसा को लेकर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंसा में मरने वालों को बिना किसी भेदभाव के 2-2 लाख रुपये मुआवजे देने का ऐलान किया है। सीएम ममता बनर्जी ने आगे कहा कि, एउ द्वारा कानून और व्यवस्था के तहत 16 मारे गए, जिनमें से आधे टीएमसी के और आधे बीजेपी के थे, एक संजुक्ता मोर्चा का था। केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए ममता दीदी ने कहा, बीजेपी नेता घूम रहे हैं, भड़का रहे हैं। नई सरकार के 24 घंटे भी नहीं हुए हैं, वे पत्र भेज रहे हैं, टीम और नेता आ रहे हैं। वे वास्तव में जनादेश को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं।
मैं उनसे लोगों के जनादेश को स्वीकार करने का अनुरोध करती हूं। केन्द्र सरकार पर सवाल करते हुए ममता बनर्जी ने कहा, ढट उअफएर फंड कहां है? क्यों वे युवा लोगों के जीवन को खतरे में डाल रहे हैं? उनके नेताओं को जगह-जगह जाने के बजाय उडश्कऊ अस्पतालों का दौरा करना चाहिए। उनके नेता आ रहे हैं और उडश्कऊ फैला रहे हैं। मुफ्त टीकाकरण के मुद्दे पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि, मुझे अब तक कोई जवाब नहीं मिला है। पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए दीदी ने कहा, जब वे नई संसद और मूर्तियाँ बना रहे हैं, तो 20,000 करोड़ रुपये खर्च करके टीकों के लिए 30,000 करोड़ रुपये आवंटित नहीं कर रहे हैं।
गौरतलब है कि बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बंगाल में हुई हिंसा की कड़ी निंदा की।नड्डा ने ममता पर निशान साधते हुए कहा कि, जिस तरह से नरसंहार हुआ, हत्याएं हुई और पूरे 36 घंटे ममता बनर्जी चुप रही। यह उनकी भागीदारी को बताता है। उनके (ममता बनर्जी) तीसरे कार्यकाल की शुरूआत उनके हाथ में लगे हुए खून के साथ हुई है।


More Stories
भारत में भ्रष्टाचार और अपराध के कारण तथा उनका निवारण
हर घर दस्तक देंगी आशा कार्यकर्ता, कालाजार के रोगियों की होगी खोज
लैटरल ऐंट्री” आरक्षण समाप्त करने की एक और साजिश है, वर्ष 2018 में 9 लैटरल भर्तियों के जरिए अबतक हो चूका 60-62 बहाली