राष्ट्रनायक न्यूज

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बनियापुर में तेज आँधी-तूफान के बीच हुई झमाझम बारिस से लोगों को उमस भरी गर्मी से काफी हद तक मिली राहत 

संजय कुमार सिंह। राष्ट्रनायक न्यूज।

बनियापुर (सारण)। सोमवार की अहले सुबह एका-एक मौसम का मिज़ाज बदल गया।इस बीच तेज आँधी-तूफान के बीच हुई झमाझम बारिस से लोगों को उमस भरी गर्मी से काफी हद तक राहत मिली।बिगत तीन चार दिनों से चिलचिलाती धूप और उमस भरी गर्मी से लोग बेचैन थे।मगर बारिस के बाद मौसम पूरी तरह से सुहाना हो गया।ग्रामीण इलाकों में कई जगहों पर युवा वर्ग उत्साहवश बारिस में भींगते भी नजर आए।इधर बीन मौसम बरसात की वजह से कई जगहों पर जलजमाव की स्थिति उतपन्न हो गई।जिससे लोगो को आवाजाही में परेशानी झेलनी पड़ी।वही कई जगहों पर पेड़ और उनकी टहनियों के गिरने से आंशिक क्षति की भी बात बताई जा रही है।

घंटो बाधित रही बिधुत आपूर्ति।

तेजी आंधी बारिस की वजह से सोमवार की सुबह पांच बजे जो बिजली गुल हुई वो दोपहर बाद ही नियमित रूप से बहाल हो पाई।इस दौरान लगातार सात घण्टे तक बिधुत आपूर्ति बाधित होने से बिधुत उपभोगताओं को काफी मसक्कत करनी पड़ी।सुबह के समय मे बिजली गुल होने से तमाम घरेलू कार्य अस्त-व्यस्त हो गए।मोटर,पंखा, फ्रिज,मिक्सर मशीन,इन्वर्टर सभी बिजली के अभाव में दम तोड़ दिए।सबसे अधिक परेशानी स्मार्ट फोन धारकों को झेलनी पड़ी।लंबे समय तक बिधुत आपूर्ति बाधित होने से मोबाईल चार्ज करने को लेकर लोगों को यत्र-तत्र भटकना पड़ा।बताया जाता है कि जगह-जगह पर पेड़ की डाल और टहनियों के टूटने की वजह से ग्यारह हजार ब्रेकडाउन होने से यह समस्या उतपन्न हुई।

झमाझम बारिस से किसानो में दिखी खुशी ।

गेहुँ की कटनी-दौनी के बाद बाद किसान अगामी खरीफ़ फसलों की तैयारी में जुटे है।इस बीच झमाझम बारिस का होना किसानों के लिये फायदेमंद बताया जा रहा है।खेतो में पर्याप्त नमी होने की वजह से ज्यादतर किसान अब खेत की जुताई में जुटने की बात कह रहे है।वही मूँग और गरमा मक्का की खेती करने वाले किसानो को भी वारिस से काफी राहत मिली है।

हरी सब्जियों के लिये वरदान साबित हो रही है ये वारिश।

लगातार सिंचाई करते- करते सब्जी उत्पादक किसानो को कड़ी मेहनत के साथ आर्थिक क्षति भी उठानी पर रही थी।ऐसे में आसमानी वारिश की वजह से कुछ दिनों तक सिचाई करने से राहत तो मिली ही साथ ही साथ उत्पादन भी अच्छी होने की उम्मीद जगी है ।वही आमलोगों में भी ख़ुशी है की वारिश होने के बाद सब्जियों की कीमत में कमी आयेगी।

आम और लीची के पेड़ को सर्वाधिक नुकसान।

तेज आँधी-तूफान की वजह से आम और लीची के पौधों को भारी नुकसान उठाना पड़ा।पेड़ पर लगे आम और लीची के फल पकने से पूर्व ही झर गये।जबकि कई पेड़ो की टहनियां टूट गई।अजय राय, नीरज कुमार, सतीश साह सहित कई बागवानों ने बताया की पेड़-पौधों पर कीटनाशक एवं अन्य दवाओं का छिड़काव किया गया था।मगर ज्यादतर फल पकने से पहले ही झड़ गये।जिससे काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है।

रोजेदारों को मिली राहत।

बारिस के बाद तापमान में आई गिरावट की वजह से लोगो को भीषण गर्मी से राहत मिली।साथ ही सुबह से ही आसमान में बादल छाये रहने से मौसम सुहाना बना रहा।मौसम में नरमी आने से रोजेदारों ने भी राहत की साँस ली है।फिरोज आलम,अहमद रज़ा,मौलाना कमरूदीन गौसी सहित दर्जनों रोजेदारों ने बताया कि बिगत कुछ दिनों से तेज धूप और गर्मी बढ़ने से रोजा रखने में काफी परेशानी हो रही थी।मगर सोमवार को बारिस के बाद से मौसम काफी सुहाना हो गया।जिससे काफी राहत मिली है।हालांकि शादी-विवाह वाले परिवारो को बारिस से काफी परेशानी झेलनी पड़ी।जगह-जगह पर जलजमाव की वजह से कीचड़ फ़ैल गया।जिससे लोगो का चलना दुभर हो गया।