- कर्मी ने अवकाश नहीं देने का लगाया अस्पताल प्रबंधन पर आरोप
- सदर अस्पताल सीएस ने कहा मेरे संज्ञान मे नहीं आया है मामला, आते ही होगी इसकी जांच
राष्ट्रनायक न्यूज।
छपरा (सारण)। सदर अस्पताल जहां एक तरफ कोरोना से बचाव को लेकर के जिलाधिकारी स्वास्थ्य विभाग प्रतिदिन लोगों को सतर्क कर रहा है मास पहने और भीड़-भाड़ से बचने के लिए प्रचार कर रहा है वही दूसरी तरफ स्वास्थ विभाग के सदर अस्पताल में इतनी बड़ी लापरवाही जो देखने को मिल रही है कि जांच करता ही कोरोना पॉजिटिव मरीज है और वो भी ऑन ड्यूटी मौजूद है क्या इससे कोरोना का संक्रमण नहीं फैल सकता। जी हां यह बातें छपरा सदर अस्पताल की जांच घर का है जहां पर ओपीडी के अंदर एक कर्मी अपनी ड्यूटी पर तैनात था जो स्वास्थ जांच कर्मी था। उसने बताया की मैं कोरोना पॉजिटिव हो गया हूं छुट्टी के लिए आवेदन दिया था लेकिन छुट्टी हमें नहीं दी गई कर्मियों की कमी के कारण जिस कारण में कोरोना पॉजिटिव होते हुए भी अपनी ड्यूटी कर रहा हूं मजबूर हूं क्योंकि सरकारी मुलाई दिन हूं, जब इस बात पर सदर अस्पताल के सिविल सर्जन से पूछा गया उसने साफ तौर से इंकार करते हुए कहे की हमारे पास किसी प्रकार का आवेदन नहीं दिया गया है जिससे यह पता चल सके उक्त कर्मी कोरोना पॉजिटिव है अगर दिया गया होता तो मैं जरूर उसकी ड्यूटी से छुट्टी दे दिया होता। अगर उक्त कर्मी जांच रिपोर्ट या आवेदन दिया है तो उसका प्रमाण उपलब्ध कराएं तो मैं इसे मान सकता हूं अन्यथा नहीं उक्त कर्मी पत्रकारों से गलत बात कर कर बचने की कोशिश कर रहा ह। लेकिन सवाल यह उठता है की जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने अपने सभी कर्मियों को कोरोना जांच करवाए थे साथी वैक्सिंग भी लगवाए तोप चक्कर में का रिपोर्ट वरीय अधिकारी ने कैसे नहीं जांच किए और जांच में पॉजिटिव आया उसे छुट्टी क्यों नहीं दी गई उसे आइसोलेशन वार्ड में क्यों नहीं भर्ती करवाया गया? सदर अस्पताल की ऐसी व्यवस्था जिससे खुद अस्पताल कर्मी ही जूझ रहे हो वहां आम लोगों की क्या इलाज हो सकता है यह एक बड़ा सवाल अस्पताल पर उठ रहे हैं?


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