राष्ट्रनायक न्यूज।
दिघवारा (सारण)। कोरोना काल के लंबे अंतराल ने सामान्य वर्ग के परिवारों,कामगार मजदूरों व छोटे छोटे व्यवसायियों की मुश्किलें लगातार बढ रही है। पिछले वर्ष प्रथम फेज के कोरोना काल के कारण हुए लाॅक डाउन मे रोजगार छोड़ वापस लौटने वाले 50 प्रतिशत लोग अब भी गांवों में है जबकि 50 प्रतिशत लोग दिल्ली, गुजरात, मुम्बई व कोलकाता आदि जगहों पर वापस चले गए। वहां उनकी जीवन यापन की रफ्तार पकड़नी शुरू हुआ था कि कोरोना ने फिर से दस्तक दे दी और उन्हें फिर से घर वापस लौटना पड़ा। घर आने पर फिर उन्हें रोजगार के लाले पङ गया। यहां उन्हें काम धंधा नहीं मिलने के कारण अपनी जमा पूंजी को बैंक से निकाल कर परिवार का भोजन यापन कर रहे है। बहुत से मजदूरों ने बताया कि अब जामा पूंजी खत्म होने के बाद आगे किस तरह परिवार का भरण पोषण होगा यह चिंता उन्हें सता रही है। पंचायत स्तर पर मनरेगा का कार्य यहां ठप पङा हुआ है। ऐसे मे उनके सामने रोजगार की समस्या उत्पन्न हो रही है और मजदूर कर्ज में डूब रहे है।


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