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दिल्ली,लुधियाना,पुणे में परसा के कई दर्जन मजदूर फंसे परिजन हुए चिंतित, सभी जगह केवल मिल रहा अस्वासन

दिल्ली,लुधियाना,पुणे में परसा के कई दर्जन मजदूर फंसे परिजन हुए चिंतित, सभी जगह केवल मिल रहा अस्वासन

परसा(सारण)-  वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की वजह से पूरे देश में लगे तीसरे लॉकडाउन के कारण परसा के दिघरा बनकेरवा के लगभग दो दर्जन मजदूर महाराष्ट्र के पुणे जिले के कुशीनगर एवं पंजाब के लुधियाना जिले के जनकपुरी एक दर्जन मजदूर फंसे हैं कोरोना वायरस भय से परिजन काफी चिंतित हैं।पुणे जिले कुशीनगर गांव में फंसे दिघरा के दो दर्जन मजदूरों में राजू सहनी,अर्जुन सहनी,सुदीश कुमार,अनिल कुमार,मुन्ना सहनी, रिंटू सहनी,राजकुमार सहनी, समेत दो दर्जन मजदूरों ने परिजनों फोन पर बताया कि बिल्डिंग में सेंट्रिरिग का काम बंद हो गई हैं

जिस कारण ठीकेदार भी सभी साथी के साथ घर लौटने के लिए बिहार सरकार द्वारा जारी किया गया ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन एक सप्ताह पूर्व कर दिए हैं लेकिन अभी तक कोई जानकारी नही मिल पा रहा है।पैसे भी खत्म हो गया है और रहने खाने में दिक्कत तो का सामना करना पर रहा है। वही पंजाब के लुधियाना जिले के गांव जनकपुरी में फंसे परसादी निवासी नवलकिशोर राय, अजय साह, रौशन कुमार, प्रमोद कुमार, मिथलेश सिंह, उदय सिंह समेत दर्जनों मजदूरों का भी रहने खाने पीने एक जैसे हाल है सभी मजदूर घर आने के लिए बेताब हैं पर रजिस्ट्रेशन करने वाद भी कोई उमीद की किरण नही दिख रहा है उनलोगों के परिजनों को चिंता हो रही हैं वही दूसरी तरफ दिल्ली के शक्तिकुज जिले गांव दल्लूपुरी में फंसे बाहड़रमार बनकेरवा के मजदूर कमलदेव महतो,पहलाद महतो,विजय महतो,रमेश महतो,विपिन साह,समेत लगभग अपने 30 साथियों के साथ सभी मजदूर घर लौटने की रास्ता देख रहे है पर करे तो क्या करे कोरोना के चलते काम बंद हो चुके हैं पैसे भी खत्म हो चुके हैं रहने में भी कठिनाइयों का सामना करना पर रहा एक ही रत लगाए बैठे हैं भूखे पेट रहेंगे पर अब कभी प्रदेश कमाने नही जायेगे।अपने गांव में ही खेती मजदूर कर परिवार चला लेंगे सरकार भी अभी तक हमलोगों के घर पहुचाने को कुछ नही कर रही है बिहार सरकार द्वारा जारी किया गया वैबसाइट पर रजिस्ट्रेशन किए एक सप्ताह हो गये पर अभी तक कोई सूचना नही मिल पाया हैं इधर परिजन भी अपने परिवार को लेकर घर पहुचने की कई दिनों से रास्ते देख रहे हैं परिजनों ने बताया कि कभी कभी फोन नही लगने पर काफी चिता होने लगता हैं।

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