बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद की तारीफ में छपरा के आर्टिस्ट अशोक ने बनाया सैण्ड आर्ट, तो एक्टर ने ट्वीट कर जताया आभार
कशिश भारती की रिपोर्ट
छपरा(सारण)। कोरोना वायरस यानी कोविड-19 को लेकर लागू लॉकडाउन के दौरान मुंबई में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनको अपने घरों में भेजने के लिए बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद रियल सुपरस्टार की तरह सामने आए हैं। बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद मजदूरों को घर भेजने में उनकी मदद कर रहे हैं और कई बसों से प्रवासी मजदूरों को उनको घर को भेजा है। अभिनेता सोनू सूद के इस काम की तारीफ पूरे देश में हो रही है और हर कोई इस अभिनेता की अपने अंदाज में तारीफ कर रहा है। इसी बीच बिहार के छपरा में आर्टिस्ट अशोक ने एक्टर सोनू सूद की सैण्ड आर्ट बनाकर तारीफ की है और उन्हें रियल हिरो पेश करते हुए सैल्यूट किया है। जिसका फोटो ट्विटर पर पोस्ट किया गया। जिसे एक्टर ने देखते ही आभार व्यक्त किया है।
सोनू को किया सैल्यूट
छपरा के आर्टिस्ट अशोक ने एक्टर सोनू सूद के नेक कामों को लेकर फुर्सत के क्षणों में शहर के सरयू यानी घाघर नदी के सीढ़ी घाट के समीप सैण्ड बनाई है। सैण्ड बनाते हुए अशोक ने बताया कि कोरोना महामारी में कोरोना वारियर्स दिन रात काम कर रहे हैं। हमारी टीम उनको सैल्यूट करते हैं उन्होंने लोगों से इस काम में सोनू सूद की मदद करने की अपील की है।
सैण्ड आर्ट बनाने में मशहूर है आर्टिस्ट अशोक
बिहार के छोटे से शहर छपरा में रहने वाले आर्टिस्ट अशोक सैण्ड बनाने के साथ-साथ पेंटिंग, लिखावट, गोताखोरी एवं कलापंक्ति क्लास चलाने में काफी मशहूर है। अशोक पेंटिंग के माध्यम से बेहतरीन फोटो भी बनाते है। सारण के बच्चों एवं विद्यार्थियों के लिए प्रत्येक वर्ष पेंटिंग पदर्शनी भी लगाते है। जिसके माध्यम से उन्हें खुब प्रसिद्धि मिली। आर्टिस्ट अशोक ने बिहार सरकार द्वारा लागू किये गये शराबबंदी एवं मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना पर आधारित विश्व का सबसे बड़ा सैण्ड सरयू यानी घाघर नदी के सीढ़ी घाट के समीप बनया था। इस पदर्शनी का शुभारंभी तत्कालीन प्रमंडलीय आयुक्त सह बिहार उधोग विभाग के सचिव नर्मदेश्वर लाल ने उद्घाटन किया था। इसके बाद शराबबंदी एवं मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना पर आधारित सैण्ड को देखने के लिए लोगों की कई दिनों तक भीड़ लगती रही। इसके अलावे एशिया के प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला में भी सैण्ड बनाते है।
सरकार के उपेक्षा से अशोक के कला को नहीं मिल रहा सम्मान
छपरा के गरीब परिवार में जन्में आर्टिस्ट अशोक कला के धनी व्यक्ति है। आर्टिस्ट अशोक अपनी जीविका चलाने के लिए गोताखोर का भी कार्य करते है। स्थानीय प्रशासन आपदा के दौरान अशोक से कार्य लेती है, जिसके एवज में निर्धारित सरकारी दैनिक मजदूरी ही भुगतान किया जाता है। सबसे आश्चर्य की बात है कि कला के धनी अशोक अभी तक सरकारी उपेक्षा के शिकार है। जिसके कारण आज तक उन्हें वास्तविक सम्मान नहीं मिल पाया है।
छपरा🙏 आप का बहुत बहुत आभार🙏 https://t.co/OvfMEjhS5Z
— sonu sood (@SonuSood) May 28, 2020


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