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गरीब, मजदूरों के प्रति सरकार की असंवेदनशीलता व गैर-जिम्मेदाराना रवैया हुआ उजागर: कर्मवीर भारती 

गरीब, मजदूरों के प्रति सरकार की असंवेदनशीलता व गैर-जिम्मेदाराना रवैया हुआ उजागर: कर्मवीर भारती 

छपरा(सारण)। बहुजन समाज पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष समाजसेवी कर्मवीर भारती ने कहा कि डबल इंजन सरकार में गरीब का पेट खाली है। देश में करोड़ लोग कोरोना काल में बेरोजगार हो गए हैं। बिहार में कोरोना से हाहाकार मचा है, करीब 5175 कोरोना पोजिटिव केस सामने आया है, जबकि करीब 31 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना विकराल रूप धारण कर रहा है। ऐसे में सरकार को चुुुनावी डिजिटल रैली की चिंता है। सरकार को परेशान जनता की सहायता में करना चाहिए था। लेकिन वर्चुअल रैली कर पैसा बर्बाद कर रही है। कहा कि एनडीए की सरकार को तानाशाह शासक बना हुआ है। जिलाध्यक्ष ने कहा कि बाहर से आए प्रवासियों के प्रति सरकार को चिंता नहीं है। क्वारंटाइन सेंटर में किसी तरह का इंतजाम नहीं है और डबल इंजन की सरकार को विधानसभा चुनाव की पड़ी है। कहा कि अपराध का ग्राफ बढ़ा है। गरीब परिवारों का राशन कार्ड नहीं बना है। प्रवासियों के खाते में पैसे नहीं जा रहे हैं। सरकार को इस बात की चिंता नहीं है। सरकार की गलत नीतियों के कारण प्रवासी मजदूरों की मौत हो रही है। हर मोर्चे पर सरकार विफल साबित हो रही है। सरकार द्वारा सुविधा ना देने से हजारों किलोमीटर का सफर पैदल पूरा कर रहे दर्जनों मजदूर रास्ते मे ही दम तोड़ दिया हैं। लॉकडाउन के दौरान दर्जनों मजदूरों की मौत का जिम्मेदार कौन है? सरकार कितने मजदूरों की मौत के बाद जागेगी ? लॉकडाउन के दौरान लाखों-लाख प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा की गारंटी सरकार क्यों नहीं कर रही है?

कर्मवीर भारती ने कहा कि मजदूर ही देश-समाज और अर्थव्यवस्था के निर्माता हैं। मगर लॉकडाउन के दौरान सरकारों ने लाखों-लाख मजदूरों के प्रति अपनी जिम्मेदारियों से हाथ खींच लिया है। इनके सुरक्षित घर वापसी के सवाल पर सरकारें सिर्फ खानापूर्ति करती दिखी है। लॉकडाउन के दौरान इन मजदूरों के प्रति सरकारों की असंवेदनशीलता तथा गैर-जिम्मेदाराना रवैया पूरी तरह से उजागर हुआ है। मजदूरों के साथ हो रहे इन हादसों की उच्च-स्तरीय जांच करवाई जाए तथा इन मजदूरों की मौत के जिम्मेदार लोगों तथा संस्थाओं की पहचान की जाए। उन्होंने जल्द-से-जल्द देश के तमाम प्रवासी मजदूरों की पूर्ण सुरक्षा की गारंटी की मांग सरकार से की।