रंजीत कुमार। राष्ट्रनायक न्यूज।
छपरा (सारण)। आज रामकृष्ण आश्रम छपरा के प्रांगण में पुस्तकालय कक्ष में कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए पुस्तक विमोचन का कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसकी अध्यक्षता रामकृष्ण आश्रम के सचिव स्वामी अतिदेवानंद जी महाराज ने किया। इस अवसर पर जगदम महाविद्यालय के अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉक्टर प्रोफेसर अमरनाथ प्रसाद द्वारा स्वरचित पुस्तक Pebbles on the Seashore, जो उनकी कविताओं का संग्रह है का विमोचन हुआ। इस पुस्तक का विमोचन स्वामी अतिदेवानंद महाराज जी के कर कमलों द्वारा हुआ और उन्होंने यह बतलाया की प्रस्तुत पुस्तक की कविताएं स्वामी जी के आदर्श से प्रभावित है। पुस्तक के प्रारंभिक कुछ कविताएं देश के किसानों पर समर्पित है जो प्रकृति के जवान साधु होते हैं। कुछ कविताएं आज के वैश्विक साहित्यिक विमर्श नारी सशक्तिकरण से संबंधित है। इस अवसर पर पुस्तक के लेखक डॉ अमरनाथ प्रसाद ने बतलाया की उनकी कविताओं का मुख्य उद्देश्य समाज में फैले हुए तरह-तरह के कुरीतियों, कुविचारों और कुप्रथाओं को दूर कर आध्यात्मिक, नैतिक और सांस्कृतिक क्षरण को रोकना है और उन आदर्शों और मूल्यों को पुनः स्थापित करना है। मंच का संचालन राम जयपाल कॉलेज के इतिहास विभाग के व्याख्याता डॉक्टर बाल्मीकि जी ने किया और कहा कि डॉ अमरनाथ प्रसाद ने अपनी कविताओं को कला के धागे में बुनकर व्यक्त किया है और उनकी सारी कविताएं साहित्य और कला के विभिन्न आयामों पर आधारित है। राजपूत विद्यालय के अंग्रेजी के प्राध्यापक डॉ प्रमोद कुमार सिंह ने भी कुछ कविताओं का काव्यगत विश्लेषण किया और कहा की आज के वैज्ञानिक युग में सांस्कृतिक धरोहर से संबंधित ऐसी कविताओं की सख्त जरूरत है। बीबी राम उच्च विद्यालय नगरा के अंग्रेजी के प्राध्यापक श्री धर्मेंद्र कुमार पांडे ने भी अपना मंतव्य व्यक्त करते हुए कहा की इस पुस्तक की अधिकांश कविताएं कवि की अपनी सोच पर आधारित है और कुछ कविताएं आत्मकथात्मक भी है। रचित कंपीटेटिव जोन की संचालिका नेहा कुमारी ने भी अपना विचार व्यक्त किया और कहा की इस पुस्तक की कुछ कविताएं शेक्सपीयर के सोनेट पर आधारित है जिसका विषय वस्तु प्यार और साहित्य है जो हर युग में अजर अमर रहता है, आदमी इस धरती से चला जाता है परंतु उसकी कृति हमेशा अजरअमर रहती है। डॉ पुष्कल गिरि ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए बताया कि आज के युग में इस तरह की कविताओं की अति आवश्यकता है। गर्ल्स हाई स्कूल द्वारा के प्राचार्य डॉ प्रशांत कुमार सिंह अपने विचार व्यक्त करते हुए यह बतलाया कि पुस्तक स्वामी जी के आदर्श से प्रभावित है। इस अवसर पर स्वामी अतिदेवानंद महाराज ने आश्रम से जुड़े हुए सभी छात्रों और प्रतिदिन लाइब्रेरी में आने वाले विद्यार्थियों के मनोबल को बढ़ाते हुए उन्हें अपना आशीर्वाद दिया । इस मौके पर प्रोफेसर डॉ अमरनाथ प्रसाद ने प्रतियोगी परीक्षाओं में अंग्रेजी के प्रश्न पत्रों को सॉल्व करने के कुछ टिप्स भी बताएं और उन्होंने स्वामी जी के कहने पर हर रविवार को प्रतियोगिता परीक्षा से संबंधित एक विशेष व्याख्यान देने की अपनी सहमति भी दी।इस अवसर पर डॉक्टर मृणाल आनंद, डेजी कुमारी, संतोष मांझी,डॉक्टर संजीव कुमार सिंह, पंकज कुमार ,आलोक कुमार ,आजाद कुमार इत्यादि छात्र भी उपस्थित थें।


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