नई दिल्ली, (एजेंसी)। माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने हाल ही में अपने ऐप को रिलॉन्च किया है और नए वेरिफिकेशन पॉलिसी को भी पेश किया है। आपको बता दें कि ट्विटर ने ब्लू टिक को लेकर भी कई बदलाव किए है। ब्लू टिक वेरिफाइड अकाउंट पर ही लगता है और ट्विटर के नए नियमों को देखते हुए अब हर कोई जानना चाहते है कि ट्विटर पर अंकाउट वेरिफाइड कैसे होती है, क्या प्रक्रिया है और क्यों हर प्रक्रिया के पूरा होने के बावजूद अकाउंट्स के वेरिफिकेशन के आवेदन मना कर दिए जाते है? बता दें कि हाल ही में ट्वीटर की कम्युनिकेशन टीम की एक मीटिंग हुई जिसमें रायन कोलैडो, बी बार्यन, सारा हुर्सन मौजुद थे। इस मीटिंग के जरिए ट्वीटर ने लोगों को ब्लू टिक को लेकर कई जानकारी दी।
आपको बता दें कि माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां बेक्रिंग खबरों का बड़ा सोर्स मिल जाता है। वेरिफाइड अकाउंट से लेकर ब्लू टिक वाले बड़े-बड़े प्रोफाइल अगर कुछ शेयर करते है तो उस खबर को बिल्कुल सच भी मानी जाती है। इसी बीच अब ट्वीटर ने ऐप में कुछ बदलाव किया है जिसके फीचर कुछ ही लोगों को देखने को मिल रहे है जबकि इस ऐप को लॉन्च हुए एक महीना हो गया है। इसी का जवाब देते हुए ट्वीटर की कम्युनिकेशन टीम में से एक मेंबर ने बताया कि, ट्वीटर में जब भी कोई नए बदलाव किए जाते है तो उसका फीडबैक लेते है और चीजों को पूरी तरह से बाहतर करने के बाद ही पूरी तरह से सभी के लिए लॉन्च किया जाता है। इस वक्त ट्वीटर में हुए बदलाव को केवल 50 फीसदी युजर्स ही देख पा रहे है।
आपको बते दें कि ऐसे कई सीनीयर पत्रकार है जो वेरिफाइड अकाउंट के सभी प्रक्रिया में अव्वल पाए जाते है लेकिन फिर भी रिजेक्ट हो जाते है। इसको लेकर ट्वीटर ने कहा कि, पत्रकार वेरिफाइड न्यूज में काम करें और अधिकारिक वेबसाइट को प्रोफाइल में डाले। पत्रकार अगर अपने पर्सनल आईडी और दूसरी ऑफिशियल ईमेल आईडी अगर बायो में डालते है तो इससे पत्रकारों का अकाउंट वेरिफाइड नहीं हो पाता है। इसके साथ ही ट्वीटर में फॉलोअर काउंट भी काफी महत्व रखता है।फॉलोअर काउंट से पता चलता है कि शख्स कितना महत्वपूर्ण है और यह एख वेरिफिकेशन का हिस्सा माना जाता है।
बता दें कि अगर आपका अधिकारिक पहचान पत्र में नाम अलग है और ट्विटर पर आपका नाम कुछ और है तो इसमें भी आपका अकांउट वेरिफाइड हो सकता है। इसके लिए बस आपको आॅफिशियल ईमेल और वेबसाइट ट्वीटर को देना होगा जिससे अकाउंट वेरिफाइड होने में आसानी होती है।
More Stories
हर घर दस्तक देंगी आशा कार्यकर्ता, कालाजार के रोगियों की होगी खोज
लैटरल ऐंट्री” आरक्षण समाप्त करने की एक और साजिश है, वर्ष 2018 में 9 लैटरल भर्तियों के जरिए अबतक हो चूका 60-62 बहाली
गड़खा में भारत बंद के समर्थन में एआईएसएफ, बहुजन दलित एकता, भीम आर्मी सहित विभिन्न संगठनों ने सड़क पर उतरकर किया उग्र प्रदर्शन