राष्ट्रनायक न्यूज

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छपरा में दलित महिला को गाली देते हुए दरोगा का वीडियो हुआ वायरल, एसपी बोले- वीडियो की सच्चाई जांचने के बाद होगी कार्रवाई

  • कुछ दिन पहले ही अभद्र व्यवहार के चलते एकमा थाना के पुलिसकर्मी हुए थे सस्पेंड, फिर भी नहीं हो रहा सुधार
  • 20 अप्रैल को गांव के 7 दबंगों ने पीड़ित परिवार के सभी लोगों मार-पीट कर किया था बुरी तरह घायल
  • घटना के 3 महिने बीत जाने के बाद भी पुलिस ने नहीं की एक भी आरोपी को गिरफ्तार

राष्ट्रनायक न्यूज।

एकमा (सारण)खबर सारण जिले के एकमा से आ रही है जहां जिला प्रशासन हमेशा कहती आती है की सारण पुलिस आपकी सेवा में हमेशा तत्पर रहने वाली व अपने आप को हमेशा पीपुलस फ्रेंडली पुलिसिंग का दावा ठोकने वाली सारण पुलिस का असली चेहरा सामने आ रहा है। जहां एकमा थानाध्यक्ष का अपने ही फरियादी को गाली देते नजर आ रहे हैं। फरियादी के साथ वह बीना रूके गालियों की बौछार करते नजर आ रहे हैं। पूरा पुलिस महकमा इन्हीं का जो ठहरा, जबकी सब कुछ इन्हीं का तो है इसलिए ये वीडियो बनाने की बात पर भी रौब झाड़ते दिख रहे है। वीडियो में एकमा दरोगा किस तरह अभद्रता पर उतर आए हैं। वर्दी में गाली देते हुए पुलिसकर्मी एकमा थाना के प्रभारी राजेश चौधरी बताए जा रहे हैं। मामला एकमा थाना क्षेत्र के एकमा नहर के पास रहने वाले एक दलित परिवार से जुड़ा है जहां फरियादी ने 20 अप्रैल 2021 को अपने ही पड़ोस के रहने वाले कुल 7 लोगों पर जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए पुरे परिवार के साथ मार पीट की गई जिसमें फरियादी के दो पुत्रियों व एक पुत्र के साथ पति के गम्भीर रूप से घायल हो गये थे। वही गांव के दबंगों के दबाव में आज भी परिवार डरे सहमे जीवन जीने को मजबुर हो रहा है।थाने में प्राथमिकी दर्ज करने के लगभग 3 महिने बीत जाने के बाद भी एकमा पुलिस प्रशासन किसी भी आरोपियों की गिरफ्तारी तक नहीं कर पाई है। इससे प्रशासन पर भी यक्षप्रश्न उठ रहा है। वही दम्पति दबंगों के डर से घबराई हुई  आरोपियों की गिरफ्तारी को ले एकमा थाने में अपना फरियाद ले कर गई थी की आखिर इतने महिने बीत जाने के बाद भी आरोपी खुला घुम रहे है। वही थानाध्यक्ष द्वारा मारपीट की घटना की सूचना देने गए पीड़ितों के साथ दुर्व्यवहार करने का वीडियो वायरल का है जहां वायरल वीडियो पर एसपी सारण संतोष कुमार ने कहा कि वायरल वीडियो की सत्यता की जांचोपरांत कार्रवाई करने की बात कही है। हालांकि उन्होंने दोहराया कि अगर कोई पुलिस पदाधिकारी या पुलिसकर्मी थाना में अपनी बात कहने या सूचना देने पहुंचे तो उनके साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार करना नितांत आवश्यक है और अगर किसी पुलिस पदाधिकारी या कर्मी द्वारा आगुन्तक के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है तो उसपर विभागीय कार्रवाई तय है। हम आपको बता दें कि एकमा थाना में आगुन्तक के साथ दुर्व्यवहार के मामले में दो पुलिस पदाधिकारी पहले ही सस्पेंड किये जा चुके हैं।

मां फरियादी ले कर थाने आई थी तो इतना सब कुछ होने के बाद बेटे ने बनाया वीडियो:

वायरल वीडियो फरियादी जानकी देवी के पुत्र द्वारा बनाया गया है। वीडियो बनाए जाने को लेकर पूछे जाने पर युवक ने बताया, ‘उसके पड़ोस में रहने वालों के साथ बिजली के तार को लेकर झगड़ा हो गया था, जिसमें उसकी मां के साथ मारपीट की गई थी और उन्हें जख्मी कर दिया गया था । इसी संदर्भ में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए मां के साथ गया तो थाना प्रभारी मेरे साथ अभद्रता से पेश आए और गाली-गलौज करने लगे, जिसका वीडियो मैंने मोबाइल में बना लिया। इसमें आगे के कार्रवाई के लिए मैंने पुलिस अधीक्षक सारण को आवेदन दिया है।

सारण एसपी ने कहा वीडियो की सच्चाई जांच होगी के बाद होगी कार्रवाई

वायरल वीडियो के संदर्भ में पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने बताया कि किसी भी पुलिसकर्मी द्वारा आम जनता के साथ अभद्र व्यवहार करना बिल्कुल गलत बात है। इसके लिए पुलिसकर्मियों पर समुचित कार्रवाई की जाती रही है। इस वीडियो का भी सत्यापन कराकर अभद्र व्यवहार करने वाले पुलिसकर्मी पर समुचित कार्रवाई की जाएगी।

कुछ दिन पहले ही अभद्र व्यवहार के चलते एकमा थाना के पुलिसकर्मी हुए थे सस्पेंड:

बताते चलें कि कुछ दिन पूर्व जनता के साथ अभद्र व्यवहार करने के चलते एकमा थाना के दो पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया था। निलंबन के बाद प्रेस रिलीज के माध्यम से आम जनता को सूचित किया गया था कि किसी भी पुलिसकर्मियों द्वारा अभद्र व्यवहार किए जाने का वीडियो-ऑडियो पुलिस अधीक्षक को सौंपा जाए ताकि पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जा सके।

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