संजीव शर्मा। राष्ट्रनायक न्यूज।
मांझी (सारण)। छपरा से सिवान को जोड़ने वाले अति महत्वपूर्ण सड़क पर स्थित ताजपुर सड़क पुल का गार्डर टूट कर पुल समेत टेढ़ा हो गया है। तथा पुल के नीचे से कई स्थानों पर टूटकर चट्टान गिर रहा है। उक्त सड़क पुल की जर्जर अवस्था को देखते हुए सम्बन्धित विभाग द्वारा पुल के दोनों मुहाने पर लोहे का पक्का बेरिकेटिंग लगाकर बड़े व भारी वाहनों के आवागमन पर स्थायी रूप से रोक लगा दी गई है। हालांकि छोटे वाहन कार जीप व ट्रैक्टर आदि के आवागमन की छूट दी गई है। विभाग द्वारा स्थायी बेरिकेटिंग लगा दिए जाने के बाद उस रास्ते होकर गुजरने वाले ट्रक व बस आदि बड़े वाहन अब ताजपुर से एकमा रसूलपुर के रास्ते सिवान जिले के सिसवन रघुनाथ पुर होकर दरौली गुठनी आदि आने जाने को मजबूर हो रहे हैं। हालांकि बेरिकेटिंग लगाने के बाद उक्त पुल से सटे दक्षिण स्थित अंग्रेजों के जमाने का बना जर्जर व परित्यक्त पुल पर वाहनों की चहल पहल बढ़ गई है। परित्यक्त पुल के सहारे बड़े वाहन चुपके चुपके पार कर रहे हैं। पूर्व जिप सदस्य धर्मेन्द्र सिंह समाज ने जिला प्रशासन से पुराने पुल पर भी बड़े वाहनों के आवागमन पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने बताया कि समय रहते यदि आवागमन पर पाबन्दी नही लगाई गई तो कभी भी भीषण हादसा हो सकता है। सारण एमएलसी निकाय पद के प्रत्यासी सुधांशू रंजन ने उक्त सेतु निर्माण में हुई अनियमितता की जिला प्रशासन से जांच की मांग की है।
मालूम हो कि बिहार राज्य सेतु निर्माण निगम द्वारा लगभग सात करोड़ दस लाख की लागत से इस पुल का निर्माण किया गया था। तथा 14 फरवरी 2010 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उक्त सेतु का विधिवत उद्घाटन किया था। स्थानीय लोगों का कहना है कि सम्बन्धित ठेकेदार द्वारा मानक के विपरीत निर्माण किये जाने तथा ओवरलोडेड भारी वाहनों का परिचालन एवम पुल पर अवैध पार्किंग की वजह से उक्त सेतु समय पूर्व ही जर्जर हो गया। लोगों का कहना है कि यह पुल वाहनों के बजाय खुद अपनी भार की वजह से किसी भी समय धराशायी हो सकता है। तथा माँझी और सिसवन के बीच सड़क सम्पर्क भंग हो सकता है। सड़क सम्पर्क भंग होने के बाद माँझी के चेंफुल तथा मटियार पंचायत का प्रखण्ड मुख्यालय से सड़क सम्पर्क टूट जाएगा।


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