पटना। राज्य में 24 घंटे के भीतर नये इलाकों में पानी फैलने से लगभग पांच लाख नई आबादी बाढ़ की चपेट में आ गई है। इसी के साथ मंगलवार को बाढ़ प्रभावित जिलों की संख्या भी 15 से बढ़कर 16 हो गई। नया जिला पूर्णिया के कुछ प्रखंड में भी बाढ़ की चपेट में आ गये हैं। इसी के साथ सरकार ने राहत और बचाव कार्य तेज करने के साथ अनुग्रह अनुदान का वितरण भी तेज कर दिया है। इस अनुदान के तहत दी जाने वाली प्रति परिवार छह हजार रुपये की राशि मंगलवार तक दो लाख 23 हजार 899 परिवारों तक पहुंच गई। इन परिवारों के बीच 134.34 करोड़ रुपये बांट दिये गये।
आपदा प्रबंधन विभाग प्रभावित जिलों में सभी प्रमुख नदियों के जलस्तर पर जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों के साथ लगातार निगरानी कर रहा है। विभाग के अनुसार प्रभावित इलाकों में आवागमन जारी रखने और जरूरी सामग्री पहुंचाने के लिए चलायी जाने वाली नावों की संख्या बढ़ाकर 2585 कर दी है। जरूरत के अनुसार इन नावों की संख्या और बढ़ाई भी जा सकती है। इन इलाकों में 68 राहत शिविर और 621 सामुदायिक रसोई चलायी जा रही है। मंगलवार को इन रसाइयों में छह लाख 28 हजार से अधिक लोगों ने भोजन किया। विभाग की ओर से अब तक दो लाख 22 हजार 899 पॉलिथीन चादरें और एक लाख चार हजार 55 सूखा राशन पैकेट बांटे गये हैं।
इसके अलावा सभी जिलों में फसल के नुकसान का आकलन कराया जा रहा है। आकलन के बाद किसानों को क्षतिपूर्ति की जाएगी। विभाग से शनिवार को मिली जानकारी के अनुसार पटना के अलावा वैशाली, भोजपुर, लखीसराय, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, खगड़िया, सहरसा, भागलपुर, सारण, बक्सर, बेगूसराय, कटिहार, मुंगेर, समस्तीपुर और पूर्णिया जिले बाढ़ से प्रभावित हैं।


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