नई दिल्ली, (एजेंसी)। केंद्र में मंत्री बनने के बाद पशुपति पारस ने आज एक निजी चैनल को इंटरव्यू दिया। इस इंटरव्यू में पशुपति पारस के तमाम सवालों का जवाब दिया। इसी दौरान उन्होंने चिराग पासवान पर बड़ा आरोप लगाते हुए दावा किया कि उन्होंने रामविलास पासवान को जबरन अध्यक्ष पद से हटाया। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि चिराग ने मुझे चाचा मानने से इनकार कर दिया। चिराग के साथ अब कोई संबंध नहीं रखूंगा। मतभेद की बात करते हुए उन्होंने कहा कि चिराग चाहते थे कि सभी पद हमारे ही पास रहे। जबकि ऐसा होना नहीं चाहिए।
पारस ने कहा के चिराग के रवैये के कारण पार्टी में नाराजगी बढ़ती जा रही थी। पार्टी के सांसद बगावत के मूड में आ गए थे। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि बिहार में ठऊअ के बाहर जाकर चुनाव लड़ने का फैसला चिराग ने लिया था। जाति आधारित जनगणना की मांग को लेकर एलजेपी नेता ने कहा कि हम इस मामले पर एनडीए के साथ हैं। उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार के ही मदद से वह केंद्र में मंत्री बन रहे हैं। आपको बता दें कि लोजपा में फूट के बाद पार्टी के पांच सांसद चिराग पासवान से अलग हो गए। इसके चिराग पासवान ने चाचा पशुपति पारस पर कई बड़े आरोप लगाए थे। आज पशुपति पारस ने चिराग पर पलटवार किया है।
आपको बता दें कि केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री एवं लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस के काफिले पर उनके संसदीय क्षेत्र हाजीपुर में सोमवार को असामाजिक तत्वों ने मोबिल आॅयल फेंका जिसके छींटे मंत्री के कपडे़ पर भी पडे़। हालांकि, पारस ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान मोबिल (वाहनों के इंजन में इस्तेमाल तेल) उनपर पड़ने से इनकार किया, पर मोबिल आॅयल के छींटे उनके कपडों पर देखे गए। केंद्रीय मंत्री ने इसे पुलिस और प्रशासन की विफलता बताते हुए कहा कि कुछ असामाजिक तत्वों ने उपद्रव करने की कोशिश की।


More Stories
सारण के जलालपुर में डबल मर्डर, रोड के किनारे फेंका शव, जांच में जुटी पुलिस
यह तो संविधान का अपमान भी है
पाटलिपुत्र-छपरा पेसेंजर ट्रेन को रद्द करना जनहित के विपरीत