नई दिल्ली, (एजेंसी)। नई शिक्षा नीति के तहत अब उच्च शिक्षा में भी हिंदी में डिग्री देने की तैयारी भारत सरकार ने कर ली है। बीएचयू आईआईटी में प्रथम वर्ष के छात्र अब अंग्रेजी के साथ हिंदी भाषा में भी इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर सकते हैं। बीएचयू आईटी ने इस सत्र से हिंदी में इंजीनियरिंग पढ़ाने की तैयारी पूरी कर ली है। अब स्टूडेंट्स हिंदी भाषा में भी इस कोर्स के लिए भाषा का चयन कर सकते हैं। बीएचयू आईटी के डायरेक्टर प्रमोद कुमार जैन ने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत उच्च शिक्षा में भी क्षेत्रीय भाषाओं को प्रमोट करने की नीति बनाई गई है। जिसके तहत इस सत्र से इंजीनियरिंग प्रथम वर्ष के छात्र चाहे तो हिंदी में अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर सकते हैं, इसके लिए टीचरों का इंतजाम और पुस्तकों का इंतजाम आईटी प्रशासन कराएगा। इसके साथ ही भाषा चयन छात्र के ऊपर निर्भर करता है कि वह किस भाषा में अपनी डिग्री पूरी करेगा।
बीएचयू आईटी के इस फैसले का काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्र भी स्वागत कर रहे हैं। बीएचयू के शोध छात्र पतंजलि पांडे ने बातचीत में कि उत्तर भारत के छात्र कंपटीशन को तो क्लीयर कर लेते हैं लेकिन उच्च शिक्षा में अंग्रेजी में पुस्तकें होने की वजह से वह कहीं न कहीं पिछड़ जाते हैं। हिंदी में अगर उनको माध्यम मिलेगा तो वह उनके करियर के विकास के लिए बेहतर होगा।


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