नई दिल्ली, (एजेंसी)। साल 2021 भारत के रक्षा उद्योग के लिहाजे से बेहद महत्वपूर्ण है। इस साल भारत सरकार की ओर से बहुत सी ऐसी खरीदारी की जा रही है या फिर की जाने वाली है जो मेक इन इंडिया पहल के तहत बनाई गई हो। वायुसेना को एयरबस के सी-295 मीडियम लिफ्ट मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्रॉफ्ट मिलने वाले हैं। सुरक्षा संबंधी मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीएस) ने एक अहम फैसले में भारतीय वायु सेना के पुराने एवरो बेड़े को हटाने के लिए 56 सी-295 विमानों की खरीद को मंजूरी दे दी। रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार 56 इस तरह के एयरक्रॉफ्ट वायु सेना को मिलेंगे। यूरोप की बड़ी एविएशन कंपनी एयरबस से ये लिए जाएंगे। 56 एयरक्रॉफ्ट में 16 सीधे कंपनी से लिए जाएंगे। जबकि बाकी 40 का भारत में ही निर्माण किया जाएगा। अलावा 40 विमान कंपनी द्वारा भारत में टाटा के साथ एक समूह (कंसोर्टियम)के हिस्से के तहत बनाए जाएंगे।
पुराने पड़ गए एवरो विमान की जगह लेगा: माना जा रहा है कि यह डील 21,000 करोड़ रुपये (लगभग 3 अरब डॉलर) से अधिक की होगी। सी-295एमडब्ल्यू विमान नयी तकनीक के साथ 5 से 10 टन क्षमता वाला परिवहन विमान है जो वायुसेना के पुराने पड़ गए एवरो -748 विमान की जगह लेगा। मंत्रालय ने कहा, करार पर हस्ताक्षर करने के 48 महीनों के भीतर स्पेन से 16 विमानों की उड़ान भरने की स्थिति में आपूर्ति की जाएगी जबकि 40 विमानों का निर्माण करार पर हस्ताक्षर के 10 वर्षों के भीतर टाटा कंसोर्टियम द्वारा भारत में किया जाएगा।
मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट: यह पहला मौका है जब मिलिट्री एविएशन से जुड़ा कोई कॉन्ट्रैक्ट देश की किसी निजी कंपनी को दिया गया है। मंत्रालय ने कहा कि ये अपनी तरह की पहली परियोजना होगी जिसमें एक निजी कंपनी द्वारा भारत में किसी सैन्य विमान का निर्माण किया जाएगा। मंत्रालय के अनुसार इस परियोजना से भारत में एयरोस्पेस क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा और देश भर में फैले कई एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) विमान के कुछ हिस्सों के निर्माण में शामिल होंगे। उम्मीद है कि इससे उच्च कौशल वाले 600 रोजगार, 3000 से अधिक अप्रत्यक्ष रोजगार और मध्यम कौशल के अतिरिक्त 3000 रोजगार सृजित होंगे तथा 42.5 लाख से अधिक कार्य घंटे पैदा होंगे।


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